कोयला खदान में उतरे चेयरमैन, निरीक्षण कर लिया उत्पादन का जायजा

कोरबा 18 अगस्त। कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल आईपीएस ने मंगलवार को गेवरा, दीपका व कुसमुंडा मेगा परियोजना का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खदान क्षेत्र में व्यू पाइंट पर अधिकारियों से चर्चा कर उत्पादन की समीक्षा की और अधिकारियों से आगामी कार्ययोजना के संबंध में चर्चा की। खदान में नीचे उतर उत्पादन की गतिविधि का भी जायजा लेते हुआ आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए।

सीआइएल चेयरमैन सोमवार की देर रात रायपुर पहुंचे और मंगलवार को सड़क मार्ग से पहले साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल बिलासपुर मुख्यालय पहुंचे। अल्प विश्राम के बाद कोरबा के लिए रवाना हुए। दोपहर 12 बजे गेवरा हाउस पहुंचे, वहां से सर्वप्रथम दीपका खदान का जायजा लेने रवाना हो गए। वहां खदान निरीक्षण के साथ ही माइंस प्लान के जरिए, योजना व संचालन की जानकारी ली। व्यू पाइंट से महाप्रबंधक रंजन पी शाह ने नक्शे के माध्यम से खदान के संबंध में पूरी जानकारी चेयरमैन को दी। कोयला डिस्पैच की स्थिति का जायजा लेने दीपका क्षेत्र में साइलों से वैगन लोडिंग का अवलोकन किया। इस दौरान महाप्रबंधक शाह ने आश्वस्त किया कि मार्च तक निर्धारित उत्पादन लक्ष्य पूरा कर लेंगे। दीपका से लौटने के बाद चेयरमैन अग्रवाल अधिकारियों के साथ गेवरा परियोजना पहुंच कर खदान का निरीक्षण किया। इसके साथ ही खदान के नीचे उतर कर मुआयना किया। उन्होंने उत्पादन को बढ़ाने एवं खदान के विस्तारीकरण को लेकर विभागीय अधिकारियों से चर्चा की। इस पर महाप्रबंधक एसके मोहंती व महाप्रबंधक खनन एसपी सिंह भाटी ने कोयला उत्पादन संप्रेषण एवं खदान के विस्तार के कार्यों की जानकारी दी। स्थल पर ही चेयरमैन ने उत्पादन बढ़ाए जाने पर आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए। भोजन करने के बाद चेयरमैन सबसे बड़ी परियोजना की ओर अग्रसर कुसमुंडा खदान पहुंचे। यहां सीधे खदान के नीचे उतर कोयला उत्पादन एवं डिस्पैच की गतिविधि से रूबरू हुए। उन्होंने स्थल पर ही अधिकारियों से खदान के संबंध में पूरी जानकारी ली।

इस पर महाप्रबंधक आरपी सिंह ने बताया कि भविष्य में उत्पादन बढ़ाया जाना है, इसके लिए अतिरिक्त जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि बारिश से थोड़ा उत्पादन प्रभावित हुआ है, पर मार्च तक खदान अपने लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश करेगी। बाद में साइडिंग जाकर कोयला डिस्पैच का भी जायजा लिया। तीनों खदान का दौरा करने के बाद चेयरमैन अग्रवाल ने गेवरा हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रत्येक खदान के संबंध में पुनः चर्चा की और भविष्य की योजना पर अधिकारियों का विचार लिया। उन्होंने इस दौरान सुरक्षात्मक ढंग से न केवल उत्पादन बढ़ाने पर जोर देते हुए आवश्यक निर्देश दिया, बल्कि डिस्पैच भी लक्ष्य के मुताबिक हासिल करने कहा। इस दौरान एसईसीएल के सीएमडी एपी पंडा, निदेशक तकनीक आपरेशन एमके प्रसाद, निदेशक तकनीक योजना परियोजना एस के पाल, सीआइएल से महाप्रंबधक खनन व चेयरमैन के तकनीकी सलाहकार एम के सिंह समेत बिलासपुर मुख्यालय से आला अधिकारी उपस्थित रहे।

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