हाथियों ने अमलीकुंडा के बाद अब तिलईडांड में तोड़े दो मकान
कोरबा 8 अगस्त। जिले के कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज में पिछले तीन दिनों से विचरण कर रहा 23 हाथियों का दल अब बेकाबू हो गया है। इस दल ने जहां शनिवार की रात अमलीकुंडा गांव में दो ग्रामीणों के घर को तोड़ दिया था। वहीं रविवार की रात हाथियों का कहर रेंज के तिलईडंाड में बरपा है। यहां अचानक पहुंचे हाथियों के दल ने भारी उत्पात मचाते हुए दो ग्रामीणों के मकान ढहा दिया। वहीं चार से अधिक किसानों के थरहे का रौंद कर तहस.नहस कर दिया।
हाथियों के द्वारा तिलईडंाड में उत्पात मचाए जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर नुकसानी का आकलन शुरू कर दिया है। वहीं हाथियों की निगरानी भी की जा रही है। तिलईडंाड व आसपास के गांव में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतक किया जा रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक हाथियों का यह दल बेकाबू हो गया । वन विभाग द्वारा हाथियों को नियंत्रित करने तथा उसे जंगल की ओर खदेडऩे की लगातार कोशिश की जा रही है। लेकिन इसमें वन विभाग को कोई सफलता नहीं मिल पा रही है। खदेड़े जाने पर हाथी आक्रोशित होकर बस्ती में पहुंच जा रहें है और उनके घरों को तोडऩे के साथ ही फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहें है। हाथियों के उत्पात से क्षेत्रवासी काफी दहशत में है। हाथियों के दल ने कल अमलीकुंडा गांव के कोचरहा पारा में तीजिया बाई तथा इंदकुंवर के घर को तोड़ दिया था और घरेलू सामनों को भी नुकसान पहुंचाया था। उधर केंदई रेंज के कापा नवापारा में 15 हाथी विचरण रत है। इन हाथियों ने वहां कोई नुकसान नही पहुंंचाया है। हाथियों के जंगल में जमे रहने के कारण ग्रामीणों व वन विभाग को फिल हाल राहत है।