आदिवासी विकास के लिए छह करोड़ रूपए से अधिक की कार्ययोजना मंजूर

  • पुरूषोत्तम कंवर की अध्यक्षता में परियोजना सलाहकार मण्डल की बैठक संपन्न
  • आदिवासी क्षेत्रों के विकास में एकीकृत परियोजनाओं की विशेष भूमिका : श्री कंवर

कोरबा 26 मार्च 2021. कटघोरा के विधायक और परियोजना सलाहकार मण्डल के अध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम कंवर ने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित एकीकृत आदिवासी विकास सलाहकार मण्डल की बैठक में छह करोड़ रूपए से अधिक की विकास योजनाओं को मंजूरी दी। जिले के आदिवासी क्षेत्रों में खेती-किसानी, शिक्षा की बेहतरी, सिंचाई सुविधाओं के विस्तार, आश्रम छात्रावासों के सुदृढ़ीकरण पर यह राशि वर्ष 2020-21 में खर्च होगी। इस अवसर पर श्री पुरूषोत्तम कंवर ने कहा कि आदिवासी और दूरस्थ वनांचलों के विकास के लिए एकीकृत परियोजनाएं विशेष रूप से सफल होती है। खेती-किसानी के साथ दूरस्थ अंचलों में बच्चों को पढ़ने के लिए सुविधाएं विकसित करने में इन परियोजनाओं से आसानी होती है। उन्होंने इस वर्ष स्वीकृत राशि का शत-प्रतिशत उपयोग आदिवासी अंचल के क्षेत्रों में ही करने के निर्देश बैठक में अधिकारियों को दिए। श्री कंवर ने कहा कि विशेष आदिवासी विकास परियोजनाओं से अधिक से अधिक हितग्राहियोे को जोड़ा जाए और उनकी जरूरतों के हिसाब से ही कार्य स्वीकृत किए जाएं। इस बैठक में रामपुर विधायक श्री ननकी राम कंवर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, कोरबा विधायक प्रतिनिधि के तौर पर श्री संतोष राठौर, जिला पंचायत सदस्य प्रीति कंवर, जनपद पंचायत कटघोरा की अध्यक्ष श्रीमती लता कंवर, श्री हिमांचल सिंह कंवर, श्री गणराज सिंह कंवर, श्री हर्ष कंवर, श्रीमती संतोषी पेंद्रो, पुष्पा कंवर सहित सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।

बैठक में वर्ष 2020-21 के लिए विशेष केन्द्रीय सहायता आदिवासी उपयोजना के तहत 18 विकास कार्यों के लिए छह करोड़ सात लाख रूपए की कार्ययोजना के अनुमोदन किया गया। स्वीकृत की गई कार्ययोजना में आदिवासी क्षेत्रो में रेशम उत्पादन के लिए सौर उर्जा पर आधारित सिंचाई, नर्सरी निर्माण, वृक्षारोपण और अंतवर्ती खेती करने सात लाख 93 हजार रूपए की योजना को मंजूर किया गया। 405 किसानों की खेतों की मिट्टी की जांच के लिए 20 लाख रूपए और आदिवासी क्षेत्रों में 172 किसानों की खेतीहर भूमि की गहरी जुताई के लिए साढ़े छह लाख रूपए मंजूर किए गए। 30 बालिका छात्रावासों एवं आश्रमों में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने साढ़े सात लाख रूपए, शुद्ध पेयजल व्यवस्था के लिए सात लाख 24 हजार रूपए, बालिकाओं के स्वास्थ्य चेकअप के लिए नौ प्रशिक्षित एएनएम की सेवाएं लेने 16 लाख 20 हजार रूपए, सात पोस्ट एवं प्री मैट्रिक छात्रावासों में कम्प्युटर लैब के लिए 28 लाख रूपए, चार हाॅस्टल आश्रमों में वाॅटर रिसाइकलिंग प्लांट के लिए 24 लाख रूपए और 11 बालिका आश्रमों में सौर उर्जा आधारित बिजली संयंत्र स्थापना के लिए 55 लाख रूपए मंजूर किए गए।
इसी प्रकार 43 सिंचाई नलकूपों के लिए 43 लाख रूपए, 129 सिंचाई पाइप सिस्टम के लिए 12 लाख 90 हजार रूपए, आश्रम छात्रावासों में ढाई हजार से अधिक मच्छर दानियों के वितरण के लिए सात लाख 76 हजार रूपए, आठ आश्रम छात्रावासों में अधीक्षक निवास निर्माण के लिए 64 लाख रूपए, चार आश्रम छात्रावासों में शौचालय निर्माण के लिए 22 लाख रूपए, ट्रांजिट हाॅस्टल निर्माण के लिए एक करोड़ 14 लाख रूपए और चार आश्रम छात्रावासों की वार्वेट वायर फेंसिंग के लिए एक लाख 60 हजार रूपए की मंजूरी बैठक में दी गई। क्रेडा के माध्यम से 172 सोलर पैनलों की स्थापना के लिए एक करोड़ 29 लाख रूपए और चार आश्रमों में सोलर पावर प्लांट स्थापना के लिए 40 लाख रूपए भी बैठक में मंजूर किए गए।

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