पसान में सामूहिक कन्या विवाह संपन्न

260 जोड़े लाभान्वित, प्रोत्साहन राशि व कई सामान दिए

कोरबा 14 मार्च। बार-बार बनते बिगड़ते कार्यक्रम के बीच आज जिले के पसान में सामूहिक कन्या विवाह संपन्न हो रहा है। 260 जोड़े इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। आईसीडीएस के अलावा कई विभागों की भूमिका सहयोगी की है। लाभान्वित जोड़ों को प्रोत्साहन राशि के अलावा गृहस्थी का सामान सरकार की ओर से दिया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से बीते वर्षों में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना लांच की गई, जो लगातार जारी है। फाल्गुन शुक्ल पंचमी को कोरबा जिले में यह कार्यक्रम करना तय किया गया। पहले इसके लिए 9 मार्च की तिथि तय की गई थी जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को आना था। अपरिहार्य कारणों से यह कार्यक्रम निरस्त हो गया। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच अंतिम रूप से 14 मार्च की तिथि तय की गई और व्यवस्थाएं करने के साथ पसान में 260 जोड़ों का विवाह संपन्न करना सुनिश्चित हुआ। इनमें अधिकांश हिंदू समाज के जोड़े हैं। इसके अलावा मुस्लिम और ईसाई जोड़ों ने भी विवाह के लिए पंजीकरण कराया है। आईसीडीएस के लगभग सभी सेक्टर से यहां पर भागीदारी हुई है। पंजीकृत जोड़ों और उनके परिजनों को लाने की जिम्मेदारी संबंधित आंगनबाड़ी केंद्रों के कार्यकर्ता और सहायिका को दी गई। कन्या विवाह कार्यक्रम में राज्य के श्रम व उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, लोकसभा सांसद ज्योत्सना महंत और राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय के अलावा अधिकारी व गणमान्यजन की उपस्थिति है। आईसीडीएस के अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन के निर्देश पर विभिन्न विभागों की ओर से यहां पर सहयोग किया गया है। विवाह को लेकर सरकार ने जो गाइड लाइन तय की है उसके अंतर्गत सभी लाभान्वित जोड़ों को धनराशि का चेक और अन्य सामाग्री मौके पर दी जाएगी।

बताया गया कि इससे पहले यह कार्यक्रम 9 मार्च को संपन्न हो जाना था लेकिन इसे टाल दिया गया। लगातार इसके लिए कोशिश जारी रखी गई। अब जबकि लोकसभा चुनाव की घोषणा का अंदेशा था और खरमास के प्रभावी होने का समय भी नजदीक था। ऐसे में सरकार का परेशान होना स्वाभाविक हो गया। माना जा रहा है कि इन दोनों कारणों से आनन-फानन में नई तारीख तय की गई और इस कार्य को संपन्न कराना जरूरी समझा गया। मार्च के पहले पखवाड़े में ही गर्मी का तापमान 37 डिग्री के आसपास पहुंच जाने से हर कहीं समस्याएं हो रही है। पसान में सामूहिक विवाह के लिए तैयार किये गए विशाल पंडाल में कन्या और वर के साथ उनके परिजन व शुभचिंतक गर्मी के चक्कर में परेशान हुए। शिकायत थी कि आयोजकों ने टेंट का ठेका लेने वाले को उचित मात्रा में पंखे लगाने का जिम्मा नहीं दिया। इस फेर में हर कोई गर्मी के मारे परेशान होता रहा।

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