वार्ड 07 में पार्षद के भाई ने एक समाज को वोट के लिए दी धमकी-चमकी
आक्रोशित लोग बड़ी संख्या में पहुंचे कोतवाली, शिकायत दर्ज
कोरबा 26 दिसम्बर। नगरीय निकाय चुनाव के लिए वार्डों का आरक्षण कर दिया गया है जबकि महापौर और अध्यक्ष के पदों के लिए लॉटरी की प्रक्रिया 27 दिसंबर को होगी। चुनाव कब होंगे, इसके लिए तिथि की घोषणा निर्वाचन आयोग ने नहीं की है। इससे पहले ही संभावित दावेदार तैयारी में जुट गए हैं। वहीं अपनी जीत पक्की करने के लिए कुछ स्थानों पर धमकी-चमकी और मारपीट भी शुरू हो गई है। मोतीसागर पारा में ऐसे ही मामले को लेकर काफी लोग पिछली रात कोतवाली थाना पहुंचे और स्थानीय पार्षद के भाई के खिलाफ शिकायत कराई।
नगर पालिक निगम कोरबा के वार्ड क्रमांक 7 से बीते चुनाव में कांग्रेस के संतोष लांझेकर निर्वाचित हुए थे। उनका कार्यकाल बीतने को है। नए आरक्षण के अंतर्गत एक बार फिर इस वार्ड को आरक्षित किया गया है। पिछले चुनाव के दौरान प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता थी जबकि अब हालात बदल गए हैं। ऐसे में भाजपा के कार्यकर्ताओं का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। इस वार्ड से चुनाव लडने को लेकर कई लोग कोशिश में जुटे हैं। पार्षद किसे चुनना है यह लोगों का अपना विवेक है और वे सही समय पर इसका निर्णय लेंगे। खबर के अनुसार चुनाव से पहले ही वार्ड में अपनी धमक बनाने और परिणाम को अपने पक्ष में करने के लिए कई लोग उल्टी-सीधी कोशिश में लगे हुए हैं। बंगाली हलदार समाज के साथ इस चक्कर में रात्रि को घटना हो गई। नाराज समाज के लोग कोतवाली थाना पहुंच गए।
सूत्रों के अनुसार वार्ड के पार्षद के लिए उसके भाई के द्वारा अभी से लॉबिंग शुरू कर दी गई है और इसके लिए कई तरीके अमल में लाए जा रहे हैं। आरोप है कि उसके द्वारा अपने मोहल्ले में रह रहे लोगों को धमकाया गया कि उन्हें हर हाल में अपने भाई के लिए काम करना होगा और वोट देना होगा। ऐसा नहीं होने पर चुनाव के बाद उनकी वाट लगा दी जाएगी। धमकी से आक्रोशित लोगों ने कोतवाली थाना पहुंचकर इस आशय की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस से कहा कि गुंडागर्दी करने वालों के विरूद्ध अविलंब कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि इलाके में दहशत का वातावरण न रहे और हर कोई ठीकठाक तरीके से कामकाज कर सके।
कुछ वार्डों में मिठाई और सिक्के बांटने की जानकारी
दूसरी ओर निगम चुनाव लडने और जीतने को लेकर कोरबा के कई महत्वपूर्ण वार्डों में दावेदारों ने अपनी कोशिश तेज की है। एक महीने पहले गुजर चुकी दीपावली की मिठाई जनवरी के आगमन से ठीक पहले वितरण की जा रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि वे उनके काफी नजदीक हैं और इसलिए यह सब तिकड़म करना जरूरी है। सूत्रों ने बताया कि एक-दो वार्डों में चांदी के सिक्के लोगों को बांटे गए। इस मामले में इस बात का ख्याल रखा गया कि पक्के वोटर कौन हैं और उनके वोट नहीं खिसकेंगे। इसकी भनक दूसरों को लगी है और उन्होंने ऐसे दावेदारों के रास्ते पर कांटे बिछाने का पूरा इंतजाम कर लिया है।