डा. तरूणधर दीवान के शोध पत्र को अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में रिसर्च पेपर पुरस्कार
कोरबा 04 मार्च। प्रतिभावान प्रोफेसर डा. तरुण धर दीवान एमटीएमआइ अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस मे सर्वश्रेष्ठ रिसर्च पेपर पुरस्कार से सम्मानित हुए हैं। डा दीवान का लिखा यह शोध पत्र इंटरनेट आफ थिंग्स के क्षेत्र में मूलतः डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता बढ़ाने के लिए ब्लाकचेन तकनीक पर आधारित है। आइओटी के क्षेत्र में विभिन्न उपकरणों का निर्माण कर सामान्य नागरिकों व सैन्य सुरक्षा के उपकरणों की सुरक्षा गोपनीयता और अखंडता को बढ़ाने में सहयोग इस विषय पर कार्य का मूल उद्देश्य है।
शारदा स्कूल आफ बिजनेस स्टडीज, शारदा विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा एवं डीबीएमए यूनिवर्सिटी आफ मैरीलैंड ईस्टर्न शोर, यूएसए के सहयोग से आयोजित एमटीएमआइ अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा तरुण धर दीवान सर्वश्रेष्ठ रिसर्च पेपर पुरस्कार से सम्मानित हुए। डा दीवान ने बताया कि इसमें हम आइओटी सुरक्षा के समाधान करने वाले लेख का सर्वेक्षण किया है। सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आइओ टी डेटासेट की कमी सहित कई अवलोकन किया हैं, जिनका उपयोग अनुसंधान और व्यवसायी समुदायों द्वारा किया जा सकता है। इस शोध के दौरान उन्होंने पाया कि आइओटी डेटासेट की संभावित संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए, अनुसंधान और व्यवसायी समुदायों और अन्य प्रासंगिक हितधारकों के बीच आइओटी डेटासेट साझा करने के लिए एक मानक विकसित करने की आवश्यकता है। इस शोध पत्र की सराहना नीति आयोग ने भी की है। अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस ने डा. दीवान के रिसर्च पेपर को सभी रिसर्च पेपर मे बेस्ट माना। इसके साथ ही भविष्य मे इस रिसर्च पेपर में दिए गए सुझाव को लागू करना भारत की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
डा दीवान ने इस शोध पत्र को पूर्ण रूप से सैन्य सुरक्षा तथा नागरिकों के डाटा की गोपनीयता को बनाए रखने, लोगों के साथ साइबर क्राइम, फ्राड और अन्य हो रहे अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए अचूक शोध साबित होगा। डा दीवान के किए गए रिसर्च से देश गौरवांवित हो और समाज को लाभ मिले, ऐसे शोध कार्य किए जाने की आवश्यकता है। वर्तमान में भारत की सैन्य शक्ति तकनीक रूप से भी बहुत मजबूत है। पर तकनीकी सुरक्षा मजबूत करने के लिए हमें अभी और अधिक रिसर्च करने की आवश्यकता हैं।