कुसमुंडा एरिया के पर्सनल डिपार्टमेंट के अधिकारियों द्वारा गैर विभागीय लोगों को फायदा पहुंचाने का लगा आरोप

कोरबा 03 फरवरी। साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड कुसमुंडा एरिया के पर्सनल डिपार्टमेंट के अधिकारियों द्वारा अपने कार्यालयों में तथाकथित ठेकदारों साथ घंटों बैठकर टेबल टॉक करने वाले गैर विभागीय लोगों को फायदा पहुंचाने का बड़ा आरोप लग रहा है। यह आरोप कुसमुंडा क्षेत्र में अपनी सेवाएं देकर निवास कर रहे सेवानिवृत कर्मचारी लगा रहे हैं। दरअसल कुसमुंडा क्षेत्र में मेन पावर बढ़ने की वजह से आवासों की आवश्यकता लगातार बढ़ रही है। प्रबंधन द्वारा आवासों में अवैध कब्जा करने वाले अघोषित समय से बाहरी व्यक्तियों और रिटायर्ड कर्मियों को लगातार आवास रिक्त करने पत्राचार किया जा रहा है, परंतु तथाकथित नामचीनों द्वारा आवास छोड़ने का नाम नहीं लिया जा रहा है।
इस हेतु प्रबंधन द्वारा ऐसे आवासों को चिन्हांकित कर बिजली पानी काटा जा रहा है। प्रशासन और स्थानीय पुलिस के सहयोग से बंद पड़े आवासों के ताले तोड़े जा रहे हैं। पंचनामा कार्यवाही कर आवास अपने कब्जे में लिए जा रहे हैं। यहां तक सब ठीक है परंतु यह कार्यशैली भेदभाव रूप से होने का बड़ा आरोप लग रहा है। सेवानिवृति हुए कई कर्मचारियों का कहना है कि पर्सनल विभाग के अधिकारियों द्वारा हमें लगातार आवासों से बाहर निकालने धमकी दी जा रही है,हमारी मेडिकल सुविधा एवं पेंशन रोकने की धमकी दी जा रही है। बिजली पानी काटी जा रही है। इतने वर्षों कंपनी के लिए खून पसीना बहाया थोड़ी और मोहलत मांगने पर दुर्व्यवहार किया जा रहा है, परंतु जो बाहरी व्यक्ति इन अधिकारियों के तलवे चाटते है, घंटों इनके कार्यालय में बैठ कर गप्प मारते हैं, इनके अनाधिकृति मांगों को पूरी करते है,काम के एवज में मोटा कमीशन देते है, उन्हें मुफ्त में अधिकारी स्तर के आवास मुहैया कराये गए हैं। मुफ्त बिजली,पानी सेवा दी जा रही है। क्षेत्र के एक तथाकथित ठेकदार को तो नेहरू नगर कॉलोनी में तीन – तीन अधिकारी स्तर के आवास दिए गए है जिसमें एक में वह स्वयं परिवार सहित रहता है,दूसरे में उसके रिश्तेदार वही तीसरे क्वार्टर उसके पर्सनल वाहन चालक को उपलब्ध कराया गया है जिसमें उसका चालक परिवार सहित निवास करता है। ठेकदार को इस सेवा को एरिया पर्सनल विभाग के दोनों वरिष्ठ अधिकारी मिलजुल कर उपलब्ध करा रहे है।
इसके अलावा अन्य ठेकदारों को इसी तरह की कई सेवाओं उपलब्ध कराई गई है। एक तथाकथित ठेकदार को तो पूरी की पूरी एक पूजा मैदान जो कि कई हेक्टेयर में फैली हुई है, उपहार स्वरूप दे दिया गया है। मानो उसी के नाम पर रजिस्ट्री हो गई हो,उसकी सैकड़ों वाहन 24 घंटे यहीं पार्किंग की जाती है। इसके सत्यता सम्पूर्ण कुसमुंडा के अधिकारी, श्रमिक संगठन, नेता गण, कर्मचारी,क्षेत्र के प्रभारी सभी भली भांति जानते है यद्यपि पैसे की धौंस,और चाटुकारिता की वजह से इस विषय पर कोई उंगली नहीं उठाता, परंतु मजबूर और बुजुर्ग हो चुके कर्मचारियों को धमकाने, डराने और दुर्व्यवहार करने का कार्य ऐसे पर्सनल विभाग के अधिकारी भली भांति जानते हैं। कोल इंडिया के अधिकारी अपने कर्मचारियों के हित के मुद्दों की बखान करते नहीं थकते परंतु उनके अधीनस्थ अधिकारी इसके विपरीत अवैध कार्यों में लिप्त रहकर, ठेकदारों के साथ मिलकर जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं और उन्हें शह दे रहे हैं। यदि ये आरोप बेबुनियाद हो तो एसईसीएल एरिया विभाग के कार्मिक प्रबंधन के अधिकारियों के साथ उनके कमरों में घंटों बैठकर चाय पानी पीने और गप्प मारने वाले ठेकदारों के बिल की जांच करा लें क्योंकि बिना टेंडर के उन्हें ही ना जाने कितने अनावश्यक कार्य दिए गए हैं। एक दो पार्टी को ही रेकुजेशन के तहत करोड़ों रुपए के वाहन ऑर्डर दिए गए है। जिसकी बदौलत उनके एसईसीएल की सम्पूर्ण सुविधाएं अनधिकृत रूप से उपलब्ध कराई जा रही है। रिटायर्ट कर्मचारियों का कहना है कि एसईसीएल विभाग के आवासों में रह रहे सभी अनाधिकृत व्यक्तियों पर सामान रूप से कार्यवाही नहीं की जा रही है,भेदभाव किया जा रहा है। जिसकी लिखित शिकायत और जांच के साथ- साथ कुसमुंडा क्षेत्र के तथाकथित अधिकारियों के अपने जिम्मेदारी वाले पद के दुरूपयोग करने की भी कोल इंडिया के उच्च अधिकारियों से लिखित और नामजद शिकायत की जावेगी।