अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों की वापसी शुरू

वाशिंगटन। अमेरिका से अवैध भारतीय प्रवासियों की वापसी को लेकर एक बड़ा कदम उठाया गया है। मंगलवार को टेक्सास से एक अमेरिकी C-17 सैन्य विमान करीब 200 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर भारत के लिए रवाना हुआ। इस मामले में नई दिल्ली के सक्रिय रुख की अमेरिका में जमकर सराहना की जा रही है।
डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहली बार है जब भारतीय अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच 27 जनवरी को हुई बातचीत और मोदी की आगामी 13-14 फरवरी की वाशिंगटन यात्रा से पहले उठाया गया है।
24 जनवरी से अमेरिका ने ग्वाटेमाला, पेरू, होंडुरास जैसे देशों के अवैध प्रवासियों को निर्वासित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राष्ट्रपति ट्रंप अवैध प्रवासन पर सख्त रुख अपना रहे हैं और अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ जन्मजात नागरिकता समाप्त करने की योजना बना रहे हैं।
भारत का रुख: अवैध प्रवासियों का समर्थन नहीं
पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने स्पष्ट किया कि नई दिल्ली अवैध प्रवासियों का समर्थन नहीं करती और अतीत की तरह ही भारत उनके निर्वासन में सहयोग करता रहेगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी कहा कि भारत अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों की वैध वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत के रुख की प्रशंसा की
27 जनवरी को हुई बातचीत के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत इस मुद्दे पर सही निर्णय लेगा और अवैध प्रवासियों की वापसी सुनिश्चित करेगा। भारत के इस स्पष्ट रुख को अमेरिका में सकारात्मक रूप में देखा जा रहा है।