फसलों को रौंद गजदल पहुंचा हरमोर आमाटिकरा
कोरबा 27 सितंबर। कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज के सेमरहा सर्किल में लगभग एक सप्ताह तक उत्पात मचाने के बाद 41 हाथियों का दल हरमोर.आमाटिकरा पहुंच गया है। हाथियों ने सेमरहा सर्किल के आधा दर्जन गांवों में लगभग 300 ग्रामीणों के फसल को रौंद दिया है। हाथियों के दीगर क्षेत्र में जाने पर वन विभाग का अमला नुकसानी का आंकलन तेज कर दिया है। एक अनुमान के मुताबिक हाथियेां के उत्पात में ग्रामीणों को कई लाख का नुकसान उठाना पड़ा है।
हालांकि वन विभाग पीडि़त ग्रामीणों को मुआवजा देने का प्रबंध करेगा। लेकिन वन विभाग द्वारा दिया जाने वाला मुआवजा इतना कम होता है कि नुकसानी की तुलना में नहीं के समान। जिसके कारण ग्रामीणों को आर्थिक क्षति पहुंचती है। इस बीच पसान रेंज में मौजूद खतरनाक दंतैल पनगंवा पहुंच गया है। दंतैल का लोकेशन आज सुबह यहां के जंगल के कक्ष क्रमांक ओए.626 में मिलते ही वन विभाग का अमला तत्काल मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को सतर्क करने के साथ ही लोनर की निगरानी में जुट गया है। वहीं कोरबा वनमंडल के पसरखेत रेंज में पिछले दो दिनों से सक्रिय 9 हाथियों का दल बीती रात मदनपुर जंगल होते हुए कोल्गा पहुंच गया। हाथियों ने यहां पहुंचने से पहले रास्ते में कई ग्रामीणों की फसल को तहस.नहस कर दिया है। हाथियों द्वारा फसल रौंदे जाने की सूचना पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर नुकसानी के आंकलन में जुट गया है। वहीं कुदमुरा रेंज में भी दो लोनर हाथियों की बीती रात अचानक एंट्री होने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। एक लोनर हाथी धरमजयगढ़ क्षेत्र से पहुंचा है जबकि दूसरा छाल रेंज से। छाल रेंज से पहुंचे लोनर हाथी ने करतल रेंज के कल्गामार में फसल चौपट करने के बाद कुदमुरा के निकट जामनारा पहुंच गया और यहां के जंगल में विश्राम करने लगा। जबकि धरमजयगढ़ क्षेत्र से पहुंचे दंतैल ने गीतकुंआरी में उत्पात मचाते हुए ग्रामीणों की खरीफ फसल रौंदी है। दो लोनर हाथियों के क्षेत्र में पहुंचने पर वन विभग का अमला सतर्क हो गया है। लोनर की उपस्थिति वाले क्षेत्र में मुनादी कराने के साथ ही ग्रामीणों को सतर्क करने का काम शुरू कर दिया गया है।