जनजातीय समाज ने किया करमा पूजा आयोजित

कोरबा 27 सितंबर। दर्री पश्चिम क्षेत्र में परिवर्तिनी एकादशी पर करमा पूजा का आयोजन उत्सवी वातावरण में किया गया। जनजातीय समाज के इस आयोजन में सर्व समाज की भागीदारी रही। विधिविधान से करमा पूजा की गई। आदिवासी नृत्य का आकर्षण लोगों के लिए खास रहा।

हिंदी कैलेंडर के भादो मास के प्रथम पक्ष में खरीफ फसल के काफी काम पूरे हो जाते है। किसान इस दौर में राहत महसूस करते है। अगले महीनों में फसल की अच्छी पैदावार हो, इसकी इच्छा सहज रूप से की जाती है। कर्म को प्रधानता देने वाला जनजातीय समाज इस उद्देश्य से करमा पूजा करता आया है। एकादशी को उसने दर्री में उत्सव के साथ पूजा की। करमा डाल की स्थापना के साथ श्रद्धा समर्पित की गई।
विभिन्न समाज के प्रतिनिधि सहयोगी की भूमिका में इस आयोजन में उपस्थित हुए। यहां पर समाज की बालिकाओं ने अपनी संस्कृति और परंपरा से जुड़े नृत्यों को प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कला शिक्षक अरुण दास ने बताया कि भले ही कार्यक्रम जनजातीय समाज का है, लेकिन सर्व समाज इसमें भागीदारी कर रहा है। यह पूजा कर्म निष्ठा पर आधारित है। आयोजन स्थल पर करम देव की पूजा के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहे। देर रात तक क्षेत्र के लोगों ने आयोजन का आनन्द लिया। करमा उत्सव के माध्यम से सभी के सुख- समृद्धि और कल्याण की कामना की गई।

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