नाग पंचमी के अवसर पर पूजा पाठ कर जंगल में छोड़े दर्जन भर साप
रेस्क्यू टीम ने कहा आम जनों के साथ जीवों की जान बचाना हमारी जि़म्मेदारी
कोरबा 22 अगस्त। छत्तीसगढ़ का कोरबा जिला घने वन, ऊंचे पहाड़ों और झरने से घिरा हैं, जिले का जंगल वन्य जीव जन्तु के लिए एक तरह वारदान हैं, जिले में दुर्लभ से दुर्लभ जीवों का पाया जाना याहा के जैव विविधता को दर्शाता हैं, जिले में किंग कोबरा का पाया जाना अपने आप में विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करता हैं, निश्चित ही इनको बचाने की आवश्कता है, कल समूचे भारत में नाग पंचमी मनाया गयाए सावन माह के सोमवार को ही नाग पंचमी पडऩे से और शुभ माना गया और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ ने मंदिर जाकर शिव भगवान के साथ नाग देवता की पूजा पाठ किया।
इसी दिशा में जिले के वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम जिले के कई वर्षो से सांपो के साथ वन्य जीवों के सरंक्षण में काम कर रहे, टीम के द्वारा नाग पंचमी के अवसर पर रेस्क्यू किए हुए दर्जन भर सांपो को वन विभाग के साथ पूजा पाठ कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया जिसमें गेहुवन नाग चिंगराज गोह शामिल था, सभी जीव अपने पर्यावरण में पहोचते ही तेजी से घने जंगल की ओर चले गाए, जिसमें वन विभाग, रेस्क्यू टीम एवम स्थानीय लोग उपस्थित रहें।
जितेन्द्र सारथी ने बताया पर्यावरण के साथ वन्य जीव जन्तु का संरक्षण करना हमारा कर्तव्य हैं, साथ ही आम जनों की जान बचाना भी हमारी जि़म्मेदारी, हमारे काम में खतरा बहुत हैं एक छोटी सी चूक हमें मौत के मुंहमें झोंक सकती हैं, पर हम अपनी जान कि परवाह किए बगैर लोगों की जान बचाते हैं, हम निरंतर इस तरह समाज कल्याण के लिए कार्य करते रहेंगे, साथ ही आम जनों से निवेदन किया की सांपो के साथ वन जीव जन्तु को मारे नही उनको बचाने में हमें सहयोग करें।