नवरात्र पर्व: मनोकामना ज्योत जलाने के लिए लोगों में उत्साह
कोरबा 17 मार्च। नवरात्र में मां आदिशक्ति के प्रति लोगों की आस्था बढ़ी है। लोग अपने अपने स्तर पर देवी मां को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा में लीन रहते हैं। कुछ भक्त ऐसे भी होते हैंए जो किसी मनोकामना के लिए तो कुछ ऐसे भी होते हैं, जो मनोकामना पूरी होने पर किसी न किसी देवी मंदिर में तेल या घी का ज्योत पूरे नवरात्र के दौरान जलवाते हैं। इस नवरात्र भी लोग देवी दरबारों में मनोकामना ज्योत के लिए रसीद कटवाने लगे हैं। शहर ही नहीं अंचल के लोगों में मां के प्रति लोगों की अधिक आस्था है।
जिले में प्राचीन देवी मंदिरों के साथ एक दर्जन से अधिक देवी मां के मंदिर हैं, जहां नवरात्रि ज्योत जलवाए जाते हैं, लेकिन इस बार चैत्र नवरात्र में सभी देवी दरबारों में ज्योत कलश के लिए पूर्व निर्धारित दर पर ही तेल व घी के ज्योत के लिए 2150 रूपए रसीद काटी जा रही है। तैल्य ज्योत के लिए 701 रूपए की रसीद काटी जा रही है। मंदिर में हर साल एक निश्चित संख्या में भक्तों के नाम से मनोकामना ज्योत जलवाए जाते हैं, इस बार भी यह व्यवस्था लागू है। ताकि श्रद्धालुओं को अपनी मनोकामना ज्योत जलाने व दर्शन पूजन करने में किसी तरह की असुविधा न हो। मां सर्वमंगला मंदिर, मां भवानी मंदिर मां मड़वारानी, सीतामढ़ी शनिमंदिर, मां महिषासुर मर्दिनी चैतुरगढ़, कोसगाई मंदिर, मातिनदाई, चोढ़ारानी, ग्वालिन दाई बिंझरा, चेपारानी, मां महामाया दीपका, अष्टभुजी मंदिर गेवरा, अय्यप्पा मंदिर, कंकालीन दाई दादर में चैत्र व शारदीय नवरात्र में 30 हजार से अधिक भक्तों के नाम से मनोकामना ज्योत जलाए जा रहे हैं।
कोविड के बाद लोगों में इस नवरात्र ज्योत जलवाने आस्था बनी हुई है।