विस्थापितों को मुआवजा पर संदेह, शिविर में किया शिकायतों का निराकरण

कोरबा 20 मार्च। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के द्वारा गेवरा दीपका क्षेत्र में अपनी कॉल माइंस के विस्तार के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। मलगांव में भू अर्जन से प्रभावित लोगों की ओर से कई प्रकार की शिकायत लगातार की जा रही थी जिस पर प्रशासन ने संज्ञान लिया। गांव में शिविर लगाकर लोगों की बात सुनी गई और उनकी शिकायतों का निराकरण किया गया।

कटघोरा राजस्व सब डिवीजन के अंतर्गत यह गांव शामिल है जहां तक कोल माइंस का विस्तार किया जा रहा है। इस हिस्से तक कोयला की पट्टी मौजूद होने की बात सर्वेक्षण में सामने आई थी जिसके बाद आगे की प्रक्रिया को बढ़ाया गया। भू अर्जन नियमों के अंतर्गत इस गांव की जमीन कोयला खदान के लिए अर्जित की जा रही है। इस प्रक्रिया में अलग-अलग उपयोग से संबंधित जमीन के अतिरिक्त बोरवेल, हैंड पंप, पेड़ पौधे आदि जद में आ रहे हैं। इन सभी के लिए सरकार ने विस्थापन और पुनर्वास नीति में कई प्रकार के नियम बना रखे हैं और इसी हिसाब से प्रभावित पक्ष को मुआवजा देने का नियम है। औद्योगिक जिले कोरबा में उद्योगों की स्थापना और विस्तार के लिए लगातार जमीन का अर्जन हो रहा है और परिवर्तित नियम के अंतर्गत मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जा रही है। मलगांव से संबंधित मामले को लेकर यहां के लोग लगातार इस बात की शिकायत करते रहे हैं कि सर्वेक्षण और नाप जोक के बाद उनके मुआवजा प्रकरण विसंगति पूर्ण है और कहीं ना कहीं गड़बड़ी की गई है जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है। कई स्तर तक इस बारे में शिकायत होने पर जिला प्रशासन को आखिरकार संज्ञान लेना पड़ा।

कटघोरा सबडिवीजन के अधिकारी और कर्मचारी इस विषय को लेकर कैंप में शामिल हुए। मौके पर ऐसे सभी विषय पर बातचीत हुई। लोगों को बताया गया कि भू अर्जन और मुआवजा को लेकर किस प्रकार के नियम वर्तमान में प्रचलित है और उनमें क्या कुछ सहूलियत लोगों को दी जा रही है। अधिकारियों ने रिकॉर्ड और कई महत्वपूर्ण आधार से लोगों को शिविर में जानकारी दी और उन्हें संतुष्ट करने का हर संभव प्रयास किया। उनके जो सवाल थे उनका समुचित जवाब भी इस शिविर में दिया गया। मलगांव बी प्रशासन की ओर से आयोजित किया गया शिविर लोगों की समस्याओं को सुनना और उनका निराकरण करने पर केंद्रित था। हमारी ओर से यथोचित जानकारी लोगों को दी गई और बताया गया कि जमीन अर्जित करने को लेकर जो भी मुआवजा बना है वह नियमतः है। उसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं है। लोगों के सभी प्रकार के डाउट्स क्लियर किए गए हैं और अब वहां पर कोई इशू नहीं बचा है।
-रोहित सिंह, एसडीएम कटघोरा

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