सूरज हथठेल को पुलिस ने मारा, परिजनों को भी प्रताड़ित करने का आरोप

कोरबा 20 जुलाई। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के बुधवारी बाजार निवासी सूरज हथठेल की संदिग्ध मौत के मामले में उसके परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

मृतक सूरज हथठेल के भाई राजा हथठेल ने पुलिस पर अपने भाई की हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस अधीक्षक से की गई 12 बिंदुओं की लिखित शिकायत में जिले में पदस्थ दो थानेदारों को नामजद करते हुए गन पाइंट पर प्रताड़ित करने और पूरे परिवार को परेशान करने का आरोप भी लगाया गया है।उल्लेखनीय है कि कोरबा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के आदतन बदमाश सूरज हथठेल की संदिग्ध परिस्थितियों में बीती रात पुलिस हिरासत में मौत हो गई। जानकारी के अनुसार शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात सूरज हथठेल को पकड़ कर दर्री से सिविल लाइन थाना ले जाया गया था। सुबह करीब 5.00 बजे उसे मेडिकल कालेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉ अंशुल ने परिक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। सूरज हथठेल के शरीर पर चोट के निशान भी नजर आ रहे हैं। सूरज हथठेल जिले का आदतन बदमाश बताया जाता है, जिसके खिलाफ जिले में दस से अधिक अपराध दर्ज हैं। कुछ दिनों पहले ही सिविल लाइन थाना में उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का ताजा मामला दर्ज किया गया था।

इस बीच पुलिस ने कटघोरा के प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी राहुल शर्मा की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों की टीम से मृतक का पोस्टमार्टम कराया है। पूरी प्रक्रिया की फोटोग्राफी और वीडियो ग्राफी कराई गई है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।

दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब 1:40 बजे में एनटीपीसी के ओल्ड रेलवे साइडिंग के पास दर्री पुलिस की टीम ने सूरज को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ हत्या का प्रयास, लूट समेत कई आपराधिक मामले दर्ज थे। एक लंबित मामले में पूछताछ के लिए उसे सिविल लाइन थाना में शनिवार को सुबह करीब पांच बजे हस्तांतरित किया गया। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ जाने की वजह से सुबह 5:45 बजे अस्पताल ले जाया जा रहा था, पर रास्ते में उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद मौत की वजह स्पष्ट होगी। इस मामले की जांच प्रभावित न हो इसलिए तात्कालिक तौर पर दर्री थाना के दो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया गया है।

इसके पहले हरदी बाजार निवासी शब्बीर जोगी को तत्कालीन क्राइम स्क्वाड की टीम ने चोरी के आरोप गिरफ्तार किया था। अपराध कबूल करने पुलिस कर्मियों ने उसे हिरासत के दौरान बेदम पीटा जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। उसे मृत अवस्था में पुलिसकर्मी अस्पताल छोड़ आए थे। न्यायिक जांच के बाद करीब एक दर्जन पुलिस कर्मियों के खिलाफ 304 का अपराध पंजीबद्ध किया गया। सभी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। हरदी बाजार पुलिस चौकी में एक आरोपित ने हवालात में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसी तरह 1 अगस्त 2021 में वारंट के आधार पर हिरासत में लिए गए हंसराम की मौत हो गई थी, स्वजनों ने जमकर हंगामा किया था।

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