तस्कर के कब्जे से मुक्त कराया 200 मवेशियों को, आरोपियों पर अपराध दर्ज
कोरबा 27 अपै्रल। छुरी के बिंझपुर जंगल के रास्ते से लगभग 200 कि संख्या मे गौवंश ले जा रहे कुछ व्यक्तियों को छुरी के गौ सेवकों ने रोक लिया। उनसे इस बारे में पूछताछ की। साथ ही मामले की सूचना कटघोरा पुलिस को दी। पुलिस की जांच में तस्कर छुरी के ही निवासी निकले।
जानकारी के अनुसार मवेशियों को जंगल के रास्ते झारखंड ले जाने और बूचडखाना के हवाले करने की योजना थी जो लोगों की सक्रियता से नाकाम हो गई। कटघोरा थाना प्रभारी धर्मनारायण तिवारी ने बताया कि तस्करी मामले मे मेघा चौहान कि रिपोर्ट पर छुरी निवासी दुकालू केंवट व संतोष केंवट पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। जिसकी जांच कि जा रही है। प्रांतीय गौ रक्षा सवर्धन प्रमुख उमेश बिसेन ने तस्करी करने वालो पर सख्त कार्यवाही की मांग की। उन्होंने कहा कि कटघोरा क्षेत्र मे गौ तस्करी के मामले ज्यादा आने लगे हैं। गौ तस्करी माफिया छुरी के निवासी है जिनका एक बड़ा टीम क्षेत्र मे काफी वर्षो से काम कर रहा है, जिन्हे पूरी तरह से बंद करना चाहिए। गौरक्षा अभियान से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता उमेश बिसेन ने कहा कि जब गौवंश पकड़े जाते हैं, तब स्थानीय वेटनरी कि जिम्मेदारी होती है उनके चारा पानी कि व्यवस्था करना।
वही वेटनरी के सुस्त रवैय्ये से भी गौ रक्षा सवर्धन प्रमुख ने नाराजगी जाहिर कि कहा कि क्षेत्र के गौ वंश को चंद रूपये मे खरीद कर झारखंड ले जाया जाता है, जहा इसका व्यापार बडी मात्रा में किया जा रहा है, तस्करी मे शामिल सभी के नाम लेते हुए उमेश बिसेन ने सभी पर सख्त कार्यवाही कि बात कही। 1 महीने पहले इसी प्रकार के मामले कोरबा जिले के विकासखंड पौड़ी उपरोड़ा में भी सामने आए थे। जहां पर नानक सिंह राजपूत और दीपक अग्रवाल व उनके साथियों की सक्रियता से झारखंड पासिंग वाहन को रोकने के साथ 11 से अधिक गायों की रक्षा की गई थी। इस मामले में झारखंड के रहने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया।