बस्तर से कवासी लखमा को बनाया गया कांग्रेस प्रत्याशी
रायपुर 23 मार्च। आखिर कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की लोकसभा सीट से कवासी लखमा को अपना प्रत्याशी घोषित कर ही दिया।
बस्तर सीट से कवासी लखमा अपने पुत्र हरीश लखमा को लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी बनाना चाहते थे लेकिन पार्टी ने पुत्र की जगह पिता प्रत्याशी बना दिया है। इस सीट से सांसद दीपक बैज के चुनाव लड़ने की भी अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया गया।
कवासी लखमा ऐसे नेता और पूर्व मंत्री हैं, जिन्होंने कभी स्कूल का मुंह तक नहीं देखा। उनका जन्म साल 1953 में सुकमा जिले के नागारास गांव में हुआ था। मूल रूप से किसानी का काम करने वाले लखमा राज्य के गठन के बाद से ही लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। वो बस्तर की कोंटा सीट से वर्तमान में 6 वीं बार विधायक चुने गए हैं।
नहीं पढ़ पाए हिंदी लेकिन की कई देशों की यात्रा…
अनुसूचित जाति से आने वाले कवासी लखमा के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने कभी औपचारिक शिक्षा भले ही नहीं ली हो, लेकिन वो न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया और सिंगापुर जैसे कई देशों की यात्रा कर चुके हैं। 2018 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद वे केबिनेट मंत्री बनाये गए थे, जबकि इसके पहले वो विपक्ष में रहते हुए उप नेता विपक्ष की भूमिका निभा चुके हैं।