कोरबा 16 मार्च। एसईसीएल गेवरा परियोजना के द्वारा लगभग 8 वर्ष पूर्व ग्राम आमगांव को अधिग्रहण कर पूरे गांव की जमीन कोयला खदान में समाहित हो गई । किन्तु आज प्रर्यांप्त तक ग्राम आमगांव के ग्रामीणों की समस्या जिसके तहत है जिन के सार्थक निराकरण के लिए, अपनी प्रमुख समस्या नौकरी,बसाहट, मुआवजा सहित राजस्व त्रुटि सुधार को लेकर,अपने मूल हक को लेकर विगत दो दिनों से लगातार अमगांव चौक में चक्काजाम किया गया था ।

इस चक्काजाम को क्षेत्रिय कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल व ऊर्जा धानी भूविस्थापित संगठन ने भी अपना समर्थन दिया था ,जब एसईसीएल गेवरा के अधिकारियों के द्वारा गुरुवार को रात चक्काजाम स्थल पर पहुंचे तो ग्रामीणों की खासी नाराजगी एसईसीएल के अधिकारियों को सहनी पड़ी वहीं लिखित आश्वासन के बाद चक्काजाम समाप्त करने की बात पर अड़े रहे । तब जाकर उपस्थित एसईसीएल गेवरा प्रबंधन से आते अधिकारियों ने लिखित आश्वासन देकर शुक्रवार दोपहर 12 बजे आमांगाव मोहल्ला चबुतरा में बैठक कर ग्रामीणों के द्वारा पत्र 1 से 4 तक दिए गये मांग पत्र के अनुसार बैठक में पूर्ण रुप से प्रत्येक समस्या व मांग पर चर्चा करने की बात कही गई । जिसके तदूपरांत शुक्रवार को नियत समय पर एसईसीएल गेवरा प्रबंधन की ओर से अजय बहरा(जीएम पर्सनल),हरेंद्र कुशवाहा(एरिया आफिसर एल एंड आर),डी.पी.कुरील, नरसिम्हा राव(मंग्गू सर),आलोक सिंह,लाल सिंह,विवेक राठौर,पवन कश्यप वहीं हरदीबाजार राजस्व विभाग से पटवारी विवेक कंवर ग्राम सरपंच ब्रिज कुंवर,सुरज कंवर,बसंत चौहान, सहित बड़ी संख्या में भूविस्थापित व ग्रामवासी उपस्थित रहे। जिनके समझ बसाहट नेहरुनगर में मूलभूत सुविधाओं सडक,बीजली,पानी खेल मैदान, गार्डन निर्माण की मांग,लगभग 10 लोगों के मुआवजा, पुनर्वास की समस्या,जोकाहीडबरी में बने मकानों के मुआवजा,लगभग 22 ग्रामीणों के पेंडिंग नौकरी प्रकरण,लगभग 6 लोगों के राजस्व त्रृटि सुधार सहित अन्य मांगों के संबंध में उपस्थित भूविस्थापित ग्रामीणों व सरपंच के समझ सभी समस्याओं को एक माह में पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया ,तब जाकर आमगांव के ग्रामीण संतुष्ट हुए ।

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