गाड़ा जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग, राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय को सौंपा ज्ञापन

कोरबा 15 मार्च। जिला कोरबा अखिल भारतीय गाड़ा समाज के प्रमुखजनो ने अपनी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने राज्यसभा सांसद व कोरबा लोकसभा प्रत्याशी सुश्री सरोज पांडेय को ज्ञापन सौपा है, समाज की माने तो सन 1956 में बराज सरकार ने गाड़ा जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया था, लेकिन बाद में समाज विभिन्न वर्गों में बंट गया, जिस कारण समाज की आर्थिक, राजनीतिक स्थिति में गिरावट आनी शुरू हो गई। वही समाज के प्रमुख जनों ने एक बार फिर गाड़ा जाति को संगठित करने अनुसूचित जनजाति में शामिल होने ज्ञापन सौंपा है।

कोरबा जिलान्तर्गत कटघोरा तहसील के ग्राम जेंजरा गाड़ा भवन में कोरबा लोकसभा प्रत्याशी सुश्री सरोज पांडेय के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यक्रम आयोजित हुआ जहां कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रेलवे बोर्ड सदस्य विभा अवस्थी, सरिता मिश्रा, वैशाली रत्ना व किरण मरकाम ने शिरकत की, कार्यक्रम की शुरुआत में गाड़ा समाज के प्रमुखनजो सभी मुख्य अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया, ततपश्चात कार्यक्रम में उपस्थित गाड़ा समाज के लोगो को आगे बढ़ाने व संगठित करने करने चर्चा की गई। इस दौरान समाज से शत्रुघ्न लाल, बाल किशन, मोहनलाल, दीपक, राजाराम, प्यारेलाल, सहेत्तर, बोधन, ईश्वर, अशोक, प्रेम, चंद्रपाल, अनील, राम व समाज के मीडिया प्रभारी सूर्य भवन सहित बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी प्रमुखजन उपस्थित रहे। गाड़ा समाज के मीडिया प्रभारी सूर्य भवन बघेल व समाज के प्रमुख जनों ने बताया कि गाड़ा जाति के लोग छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश में बहुतायत रूप से निवासरत है, जहां मध्यप्रदेश बराज सरकार ने सन 1956 में गाड़ा जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया था, लेकिन समाज के लोगो मे आपसी भेदभाव के कारण समाज खिन्न-भिन्न हो गया, जिस कारण समाज की आर्थिक व राजनीतिक स्थिति गड़बड़ा गई और समाज बिखरता चला गया। वही समाज के प्रमुख जनों ने बताया कि अगर समाज की वस्तु स्थिति की बात की जाये तो आज यह समुदाय समाज के अंतिम पायदान में खड़ा है। समाज को संगठित करने व आगे बढ़ाने के लिए समाज के लोगो ने सुश्री सरोज पांडेय को ज्ञापन सौप गाड़ा समाज को पुनरू अनुसूचित जनजाति में शामिल में करने आग्रह किया गया है।

Spread the word