पहाड़ी कोरवा की जमीन हथियाईः आहत फिरतराम को स्थानीय प्रशासन से न्याय की उम्मीद नहीं

15 मार्च से आमरण-अनशन व परिवार सहित आत्मदाह करने की दी चेतावनी

कोरबा 12 मार्च। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के महाराणा प्रताप नगर में पहाड़ी कोरवा फिरत राम पहाड़ी कोरवा पिता स्व. पंचराम की करीब 3 एकड़ भूमि स्थित है। इसी भूमि को संरक्षित करने फिरत राम ने अपने कुछ सहयोगियों की मदद से करीब एक एकड़ भूमि में बाउंड्रीवॉल का निर्माण करा अपने रहवास के लिए एक कमरे का निर्माण कराया। इस जमीन पर गैर लोगों ने कब्जा कर लिया है। सवाल है कि पहाड़ी कोरवा की जमीन क्या प्रशासन वापस दिला सकता है।उसकी भूमि में बाउंड्रीवाल से पहले ही आसपास के रहवासियों ने एक हनुमान मंदिर का निर्माण कराया हुआ था जिसे फिरत ने वैसे ही स्वरूप में रहने दिया वरन मंदिर में आवाजाही व सार्वजनिक पूजापाठ को ध्यान रखते हुए बाउंड्री में एक स्थान को रास्ते हेतु छोड़ दिया है। इसी मकान में फिरत रहा करता था।

इस जमीन पर पहले सुश्री रंजना अपने सहयोगी चौधरी बंधु के साथ उसका होने का दावा करते विवाद करते रहते थे। बाउंड्री से पहले ही फिरत ने विवाद का पटाक्षेप करने के लिहाज से तहसीलदार से अपने जमीन का सीमांकन कराया जिस पर कोरबा राजस्व निरीक्षक और पटवारियों की टीम ने बकायदा उसकी जमीन का सीमांकन पर प्रतिवेदन दिया जिसके बाद निर्माण कराया गया। इधर बाउंड्री के बाद भी रंजना और उसके सहयोगी लगातार फिरत को डराने और आधे जमीन को छोडने मारपीट करते रहे जिसकी शिकायत भी फिरत ने है बार संबंधित थाने में को लेकिन सिर्फ बयान दर्ज करने के अलावा कुछ भी नहीं हुआ। 20 नवंबर को जब फिरत अपने गृहग्राम आछीमार गया हुआ था उसी दौरान रंजना सिंह अपने साथियों के साथ मिलकर 22 नवंबर 2023 को उसके सुने घर का ताला तोडकर घुस गई वापस आकर देखने पर फिरत ने घर को अपना बताते उनको जाने कहा जिसके बाद रंजना और सहयोगियों ने उसके साथ मारपीट की। पुलिस में शिकायत के कइयों दिन बाद अपराध दर्ज हुआ लेकिन घर और जमीन अब भी रंजना अपने कब्जे में रखे हुए है। ताजा मामले में अपने घर की हालात देखने पहुंचे फिरत ने देखा कि उनके मकान के सामने ही ट्रक खड़ी थी। वहीं पर कार, तीन चार स्कूटी व तीन चार मोटर साइकिलें भी खड़ी थी। आटो से उतरकर भीतर आए तो देखा कि उनके घर के अंदर में रंजना और तीन महिलाएं एवं उनके साथ 15-16 लोग अंदर बैठे ईसाइ धर्म की प्रार्थना कर रहे थे।

इस दौरान उन लोगों ने फिरत राम के घर के अंदर लगी हुई हिन्दु देवी-देवताओं की तस्वीरें एवं मुर्ति भी निकालकर बाहर फेक दिया था। फिरतराम ने कहा कि मानिकपुर निवासी रंजना, पास्टर चंद्रा समेत वहां मौजूद रहे अन्य लोगों ने उसके घर में जबरन घुसकर हिन्दु धर्म का अपमान किया है। इससे आहत फिरतराम को अब स्थानीय प्रशासन से न्याय की उम्मीद नहीं है। फिरतराम ने मुख्यमंत्री निवास के सामने आमरण अनशन 15 मार्च से करने की बात कही है। उसकी माने तो 20 मार्च तक उसकी समस्या का निदान नहीं होने पर वो पूरे परिवार समेत आत्मदाह कर लेगा।

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