पसरखेत में फिर दिखा किंग कोबरा : लोगों में मची भगदड़ , रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित जंगल में छोड़ा
कोरबा 01 मई। छत्तीसगढ़ राज्य का कोरबा जिला वन्य जीवों एवम विभिन्न सारी सरीसृप के लिए जाना जाता हैं। कोरबा जहां हाथियों का घर हैं वहीं दुनियां में अपनी एक अलग पहचान और आक्रामकता से जानें वाले सरीसृप का गड़ भी हैं। हम बात कर रहे दुनियां का विषैले सांपो में सब से लंबा विषधर किंग कोबरा की जिसको स्थानी भाषा में पहाड़ चित्ती के नाम से जाना जाता हैं, यह साप केवल मध्य भारत में छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में मिलना अपने आप में दुर्लभ और चर्चा का विषय हैं यहां आए किंग कोबरा के मिलने की जानकारी मिलते रहती हैं कुछ दिन पूर्व ही 11 फिट लम्बा किंग कोबरा मिला था उसको कुछ हफ़्ते हुए भी नहीं की कल शाम पसरखेत में फिर एक किंग कोबरा दिखने पर गांव वालों का हुजूम उमड़ा गया और देखते ही देखते पूरा गांव इक्कठा हो गया।
भीड़ को देखते ही किंग कोबरा पास के एक आम पेड़ पर चढ़ गया, जिसके बाद गांव वालों ने इसकी जानकारी वन विभाग के बीट गार्ड नरेश यादव को दिया, जिसके बाद इसकी जानकारी वाइल्डलाइ फ रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को दिया गया फिर कुछ घण्टे बाद जितेन्द्र सारथी अपने टीम के सदस्य देवा आशीष राय के साथ मौके स्थल पर पहुंचे और जितेन्द्र सारथी ने इसकी जानकारी कोरबा डीएफओ अरविंद पी एम को दिया। डीएफओ के निर्देष के पश्चात रेस्क्यू चालू किया गया फिर पहले पुरी भीड़ को दूर किया, पर भीड़ अधिक होने की वजह से किंग कोबरा नीचे नहीं आने की बजाए और ऊपर चड़ गया। आखीरकार भीड़ हटने की वजह से कई घंटो बाद किंग कोबरा नीचे आया जिसको देखते ही लोगों में भगदड़ मच गया। ज़मीन में आते ही लोगों के तरफ बढ़ते ही लोग डर से यहां वहां भागने लगे और आधे घण्टे के मशक्कत के बाद वन विभाग के मौजूदगी में लगभग 14 फीट लम्बे किंग कोबरा को रेस्क्यू किया गया। उसको रेस्क्यू कर सुरक्षित बोरे में बड़ी सावधानी से रखा गया तब जाकर सभी ने राहत भरी सास ली, कुछ गांव वालों की उपस्तिथि में वही के जंगल में पंचनामा के पश्चात छोड़ा दिया गया।
जितेन्द्र सारथी ने बताया छत्तीसगढ़ के कोरबा में किंग कोबरा की बड़ी संख्या में मौजूद हैं, यह कई वर्षो से यहां के जंगल में फल फूल रहें, बीहड़ क्षेत्रों में रहने वालो लोगों की पीढ़ी दर पीढ़ी इसको देखते आए हैं, साथ ही आने वाले वर्षो में कोरबा जिले को पुरे भारत में किंग कोबरा से एक अलग पहचान मिलेगी।