संग्राहकों को तेंदूपत्ता की तरह फूड ग्रेड महुआ पर मिलेगा बोनस राशि
कोरबा 28 अप्रैल। तेंदूपत्ता संग्राहकों की तरह अब फूड ग्रेड महुआ संग्रहण करने वाले संग्राहक परिवारों को बोनस राशि मिलेगी। फूड ग्रेड महुआ वह है जिसे जमीन पर गिरने से पहले जाल लगाकर संग्रहित किया जाता है। इस बार कोरबा व कटघोरा वन मंडल से 730 क्विंटल महुआ संग्रहित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 115 रूपये तय किया गया है। संग्राहकों यह महुआ 10 रूपये में खरीदी गई है। सुखने से लेकर पैकिंग तक आने वाली खर्च को काटकर शेष राशि संग्राहकों को बोनस के रूप में प्रदान की जाएगी।
जिले में अब तक तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को संग्रहण के एवज में बोनस राशि दी जाती थी, अब महुआ संग्रहण में भी बोनस मिलने से परिवारों को दोहरा लाभ मिलेगा। जिले में फूड ग्रेड महुआ संग्रहण का यह दूसरा वर्ष है। बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरबा वन मंडल के बड़मार, लेमरू, करतला व कटघोरा वन मंडल के ग्राम जटगा में फूड ग्रेड महुआ का संग्रहण किया है। प्रत्येक गांव में 20-30 संग्राहक परिवार महुआ संग्रहण से जुड़े हैं। महुआ संग्रहण के लिए 120 संग्राहक परिवारों को जाली प्रदान की गई थी। जिन संग्राहक परिवार के निजी जमीन में 10 से भी अधिक महुआ पेड़ हैं जिनका चयन किया गया था। संग्रहित महुआ को निश्चित ताप व दाब में सुखाया जाता है। साथ ही इस बात का खयाल रखा जाता है कि व काला न होने पाए। महुआ को औषधि, चिरौंजी के साथ लड्डू व शुष्क लाटा बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। बीते वर्ष दोनों वन मंडलों से 526 क्विंटल महुआ संग्रहित किया गया था। कटघोरा वन मंडलाधिकारी प्रेमलता यादव ने बताया कि संग्रहित फूड ग्रेड महुआ को लघुवनोपज संग्रहण केंद्र रायपुर भेजा जाता है। जहां से आनलाइन बिक्री की जाती है। बीते वर्ष कोरबा के महुआ की खरीदी इंग्लैंड के एक संस्था ने की थी। इस वर्ष जिले के दोनों वन मंडलों से मिले 650 क्विंटल फूड ग्रेड महुआ को कटघोरा वनमंडल कार्यालय के वनोपज संग्रह कक्ष में रखा गया है। जिसे रायपुर भेजा जाएगा।
माना जा रहा है कि इस बार भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी खासी मांग है। बीते वर्ष बिक्री की गई महुआ का अभी संग्राहकों को बोनस राशि नहीं दी गई है। इस वर्ष संग्रहित महुआ की बिक्री के पश्चात एक साथ दो वर्ष की बोनस राशि दी जाएगी।फूड ग्रेड महुआ को वन विभाग ने संग्राहको से 10 रूपये किलो खरीदी है। जमीन पर गिरने वाली महुआ में धूल का कण समाहित होने के कारण वह फूड ग्रेड की श्रेणी में नहीं आता। इस तरह के महुआ को संग्रहित करने के अलावा सुखाने से लेकर उससे घर में सुरक्षित रखने में काफी समस्या आती हैं। जाल में संग्रहित महुआ को वन विभाग तुरंत खरीदी कर लेता है। इस तरह संग्राहकों को उसे सुरक्षित रखने की झंझट से मुक्ति मिलती है।
राज्य शासन इस बार कोरबा और कटघोरा वन मंडल को 2500 क्विंटल महुआ संग्रहित करने लक्ष्य दिया। महुआ संग्रहण का समय शुरू होने के साथ मौसमी उतार चढ़ाव शुरू हो गई। इससे संग्रहण पर काफी असर पड़ा है। कोरबा में 300 व कटघोरा में 350 क्विंटल फूड ग्रेड महुआ संग्रहित किया गया। मौसम में आई खराबी ने इस वर्ष महुआ ही नहीं बल्कि तेंदूपत्ता उपज को भी प्रभावित किया है।