कोरबा के व्यापारियों ने दिखाई ताकत तो बैकफुट पर आया जिला प्रशासन, अब अनलॉक के नियमों के तहत खुलेगी दुकाने
कोरबा 4 अगस्त। मंगलवार को कोरबा के व्यापारियों ने एकजुटता दिखाई। रैली की शक्ल में जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स की अगुवाई में व्यापारियों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इसके बाद कोरोना संकट के नाम पर पिछले 5 माह से मनमानी कर रहा जिला प्रशासन बैकफुट पर आ गया। प्रशासन ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि 6 अगस्त तक जारी लॉकडाउन के बाद 7 अगस्त से अनलॉक के नियमों के तहत व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति दी जाएगी।
कोरोना वायरस के कारण दो सप्ताह का लाकडाउन शहरी क्षेत्र में लगाया गया है। इस दौरान कुछ ही दुकानें खुल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में हालात सामान्य है। लगातार नुकसान से चिंतित कोरबा के व्यापारियों ने अन्य दुकानों को नियमों के साथ खोलने की अनुमति देने के लिए दबाव बनाया। उन्होंने पूछा कि आखिर डर के कारण कब तक व्यवसाय को बंद रखा जा सकता है। तीन दिन पहले चेम्बर ऑफ कामर्स ने इसी मुद्दे पर व्यापारियों की बैठक की। इसमें गंभीरता से चिंता जताने के साथ जरूरी उपायों पर चर्चा की गई। चेम्बर ने राशन, मोबाइल रिचार्ज, दवा दुकान और पेट्रोल पंप को निर्बाध रूप से संचालित करने के साथ अन्य दुकानों को बंद रखने पर नाराजगी जाहिर की। हालांकि यह भी कहा कि जो दुकाने चल रही है वे भी हमारे सदस्य हैं। जो दुकानें काफी समय से ठप्प है, उनके संचालनकर्ता भी चेम्बर से जुड़े हुए हैं। सभी के व्यापक आर्थिक हित है। प्रशासन इस बारे में विचार नहीं कर रहा है।
इसी सिलसिले में आज चेम्बर ऑफ कामर्स के सदस्यों ने जिला प्रशासन के सदस्यों से भेंट करने के साथ अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। मांग की गई कि सुरक्षा उपायों के साथ जो दुकाने अब तक खुल रही है, उन्हीं आधार पर अन्य सभी दुकानों को खोलने की अनुमति प्रशासन को देना चाहिए। तर्क दिया गया कि दूसरे क्षेत्रों में व्यापारियों के लिए व्यवसाय में ढील दी गई है तो यहां क्यों नहीं। इससे पहले हुई बैठक में यह भी तय हो चुका है कि अगर सभी दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी जाती है तो उन दुकानों को बंद कर दिया जाएगा, जो अब तक चलती आ रही है।