करोड़ों रुपयों के घपले और धोखाधड़ी के आरोपी देवेन्द्र पांडेय का एक और कारनामा सामने आया
कोरबा के उरगा थाना में चार सौ बीसी का मुकदमा दर्ज
कोरबा 28 नवम्बर। करोड़ों रुपयों के घोटाले और धोखाधड़ी के आरोपी कथित भाजपा नेता देवेन्द्र पांडेय का एक और कारनामा सामने आया है। जिले की उरगा थाना पुलिस ने कोरबा/ कुदुरमाल निवासी देवेन्द्र पांडेय पिता कांशीप्रसाद पांडेय पर धोखाधड़ी के आरोप में धारा 420 के तहत एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार भलपहरी निवासी उर्मिला बाई महंत ने उरगा थाना में शिकायत दर्ज कराया कि गांव में स्थित उसकी जमीन, खसरा नंबर 401/41 रकबा 0.65 एकड़ को देवेन्द्र पांडेय ने जालसाजी पूर्वक अपने नाम पर दर्ज करा लिया है। जरूरी कार्य के लिए पटवारी रिकॉर्ड लेने पर महिला को इसकी जानकारी हुई। जबकि वह कभी रजिस्ट्री ऑफिस ही नहीं गई थी। उक्त महिला की शिकायत पर हुई जांच के बाद पुलिस ने देवेन्द्र पांडेय के खिलाफ धारा 420 के तहत एफआईआर दर्ज की है।
उल्लेखनीय है कि कोआपरेटिव बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष रहते करोड़ों रुपयों के घोटाले का भी आरोप देवेन्द्र पाण्डेय पर लगा है। विशेष जांच में अनियमितताओं की पुष्टि भी हुई है। इसी तरह सरकारी जमीन पर बेजा कब्जा के लिए देवेन्द्र पांडेय के खिलाफ पूर्व में जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी। इसके साथ ही कई ग्रामीण लम्बे समय से धोखाधड़ी कर जमीन हड़पने की शिकायत करते रहे हैं, लेकिन पूर्व भाजपा सरकार में कथित राजनीतिक संरक्षण के चलते इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई। इधर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भी बैंक में हुए घोटालों सहित धोखाधड़ी के मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है और चर्चा है कि कांग्रेस के रसूखदार अब कथित संरक्षण दे रहे हैं। इस बात में कितनी सच्चाई है कहना कठिन है लेकिन राजस्व और पुलिस विभाग के कुछ अधिकारी दबी जुबान से इस बात को पिछले एक साल से कहते आ रहे हैं। यहां तक कि देवेंद्र पांडेय से सम्बंधित रिकार्ड की नकल देने से लेकर सूचना का अधिकार में भी जानकारी नहीं दे रहे हैं, जो सन्देह का विषय बना हुआ है।