नोनबिर्रा के मेगा हेल्थ शिविर में तीन हजार से अधिक लोगों की हुई स्वास्थ्य जांच और ईलाज

  • गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को निःशुल्क ईलाज के लिए बड़े अस्पतालों तक भेजा जाएगा
  • कलेक्टर श्रीमती साहू ने शिविर आयोजन पर स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों की प्रशंसा की

कोरबा 05 अक्टूबर 2021। विकासखण्ड पाली के ग्राम पंचायत नोनबिर्रा के हाई स्कूल परिसर में आज जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिले के दूरस्थ ग्रामीण इलाकों के लोगों को आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से आयोजित इस निःशुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविर में तीन हजार 005 मरीजों की जाँच विशेषज्ञ डॉक्टरों ने की। शिविर में आए लोगों को जरूरत के हिसाब से दवाओं का वितरण भी किया गया। इस स्वास्थ्य शिविर में अनुविभाग पाली सहित दूसरे अनुविभागों के लगभग 50 गाँवो के लोगो ने भी शामिल होकर अपनी स्वास्थ्यगत समस्याओं का ईलाज और समाधन प्राप्त किया। नोनबिर्रा के मेगा स्वास्थ्य शिविर में आए लोगों को स्वास्थ्य जांच कराने के लिए सुलभ व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। मरीजों के पंजीयन के लिए चार काउंटर बनाए गए थे। इन काउंटरों में महिला, पुरूष, वृद्धजन एवं दिव्यांगजनों के लिए अलग-अलग पंजीयन कराने की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। शिविर में आए लोगों को स्वास्थ्य जांच के उपरांत निःशुल्क दवाईयां प्राप्त करने के लिए भी अलग-अलग काउंटर बनाए गए थे। गर्भवती महिलाओं के लिए, महिलाओं, पुरूषों, दिव्यांगजनों एवं बुजुर्गों के लिए अलग से दवाई लेने की व्यवस्था की गई थी। नोनबिर्रा में आयोजित मेगा हेल्थ कैम्प के दौरान जिला पंचायत के सभापति श्री गणराज सिंह कंवर, छत्तीसगढ़ श्रम आयोग के सदस्य श्री नवीन सिंह ठाकुर, नगर निगम आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा, प्रभारी एसडीएम पाली श्री नंदजी पाण्डेय, जनपद पंचायत पाली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री वी. के. राठौर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं ग्राम पंचायत नोनबिर्रा तथा आसपास गांवो के सरपंच और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।

मेगा हेल्थ शिविर में तीन हजार 005 लोगों ने कराया स्वास्थ्य जांच, 338 रेफरल केस भी मिले

शिविर में सहित नेत्ररोग के 631, शिशुरोग के 144, दंत रोग के 88, हृदय रोग की संभावना वाले 29, हड्डी रोगों के लगभग 452, प्रसूति एवं स्त्रीरोगों से संबंधित लगभग 172, नाक, कान, गला एवं मनोरोगों से संबंधित 203, एमडी मेडिसीन, ईसीजी एवं त्वचा रोग वाले 430, सर्जरी वाले 129 मरीजों सहित 196 लोगों का कोविड टीकाकरण भी किया गया। शिविर में पैथोलॉजी डिपार्टमेंट के द्वारा चार हजार 213 खून-पेशाब आदि की जांच की गई। स्वास्थ्य शिविर में कुल ओपीडी तीन हजार 005 दर्ज की गई। इनमें से 338 मरीजों को बीमारी की गंभीरता देखते हुए बड़े अस्पतालो में ईलाज के लिए रिफर भी किया गया है। शिविर में कुल ओपीडी में से 727 जनरल ओपीडी और दो हजार 278 स्पेशलिस्ट ओपीडी दर्ज की गई।

कलेक्टर ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा, स्वास्थ्य विभाग सहित दूसरे विभागों के टीम की तारीफ की

नोनबिर्रा के मेगा स्वास्थ्य शिविर में मरीजों के जांच-ईलाज के लिए सुनियोजित व्यवस्था की गई थी। स्वास्थ्य शिविर में नोनबिर्रा के हाई स्कूल भवन के 14 कमरों में अलग-अलग विभाग के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ने लोगों का स्वास्थ्य जांच और ईलाज किया। शिविर में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों एवं दिव्यांगों के लिए अलग-अलग ईलाज की व्यवस्था की गई थी। कलेक्टर श्रीमती साहू ने स्वास्थ्य शिविर में किए गए व्यवस्थाओं का अवलोकन कर जायजा लिया। स्वास्थ्य शिविर में स्काउट गाईड के रोवर रेंजर्स और कैडेट्स भी व्यवस्था में लगे रहे।

मरीजों का पंजीयन कराने से लेकर डॉक्टरों के पास ले जाने और चेकअप के बाद दवा वितरण के काम में इन कैडेट्स ने सहयोग किया। सुव्यवस्थित शिविर के आयोजन के लिए कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. बी. बोडे एवं उनकी टीम, जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों और शिविर की व्यवस्थाओं में लगे सभी लोगों की तारीफ की। नोनबिर्रा के मेगा स्वास्थ्य शिविर में मरीजों के पंजीयन के चार काउंटर बनाए गए थे। मेगा स्वास्थ्य शिविर में ईलाज कराने आए मरीजों और उनके साथ आए सभी ग्रामीण जनों के लिए निःशुल्क भोजन की भी व्यवस्था की गई थी। कलेक्टर ने शिविर में विभागवार ईलाज के लिए बनाए गए कमरों में जाकर व्यवस्थाओं को देखा और मरीजों से बात भी की।

कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बताया कि कोरबा जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में हर माह इस प्रकार के शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण जनों को एक ही जगह पर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ देने और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की पहचान करने के लिए विकासखण्डवार स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है। आम जनता को इसका लाभ देने के लिए इस तरह के स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर के माध्यम से आज गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को भी चिन्हांकित किया गया है। चिन्हांकित मरीजों का जिला अस्पताल या रायपुर तथा निजी अस्पतालों में इनके ईलाज की व्यवस्था की जाएगी।

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