निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजो से मनमाने पैसा वसूली पर रोक की मांग

कोरबा 30 अप्रैल। रामपुर विधायक व पुर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे पत्र में उल्लेख किया गया है कि कोरबा जिले सहित पुरे छत्तीसगढ़ प्रदेश से सूचना मिल रहा है की प्राइवेट अस्पतालों के द्वारा भर्ती कोरोना मरीजो से मनमाने पैसा लिया जा रहा है जिसके कारण लगभग प्रत्येक मरीज को दो से ढाई लाख रुपये लिए जा रहे है, जिस पर कलेक्टर का नियंत्रण भी नहीं है। गरीब व्यक्ति के इलाज में भी आयुष्मान योजना से इलाज नहीं किया जा रहा है, जिससे गरीब व्यक्ति को इलाज के अभाव में जान गवाना पड़ रहा है।

छ.ग. प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों में भी दवाई व इंजेक्सन की कमी को भी ठीक करवाये क्योकि वहा भी लोगो को इंजेक्सन बाजार से खरीदना पड़ रहा है, तो गरीब आदमी कहा से पैसा लायेगा। यदि सरकार को आवश्यकता लगे तो जिला विकास का पैसा इंजेक्सन व दवाई खरीदने में लगाया जाये, क्योकि यदि एक साल जिले का विकास रुक भी जाये वो ठीक है लेकिन किसी भी व्यक्ति की जिंदगी मत गवाना पड़े। प्राइवेट अस्पतालों को सरकार के अधीन करते हुए कोरोना के मरीजो से प्राइवेट अस्पताल के संचालको द्वारा मनमाने शुल्क वसूली पर रोक लग सके और सभी शासकीय अस्पतालों में दवाई व इंजेक्सन की कमी को भी पूर्ति कराना चाहेंगे जिससे गरीबो को रेडमेंसिविर इंजेक्सन निःशुल्क लगाया जा सके या आयुष्मान योजना से इलाज कराया जा सके ऐसा निर्देश सभी जिला कलेक्टर को देना चाहेंगे।

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