नहीं हो रही रीडिंग , मोबाइल में मीटर की फोटो खींच उपभोक्ता पहुँच रहे कार्यालय
कोरबा । विद्युत वितरण विभाग की लापरवाही बढ़ती जा रही है ।लचर विद्युत व्यवस्था से जहाँ बिजली की आंख मिचौली का सिलसिला जारी है ।भीषण गर्मी में बिजली की अघोषित कटौती से आम उपभोक्ता हलाकान है । वही कई क्षेत्रों में विद्युत मीटर रीडिंग का काम ठप्प पड़ा हुआ । पिछले कई माह से मीटर रीडिंग नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं का बिजली बिल बढ़ता जा रहा है । जिसे एकमुश्त जमा करने का दबाव उपभोक्ता पर होगा । मीटर रीडिंग नहीं होने से छत्तीसगढ़ शासन के छूट के दायरे से भी खपत बढता जा रहा है । यानी जो उपभोक्ता प्रतिमाह 100 से 150 यूनिट की खपत करते हैं । उनका बिजली बिल भी वर्तमान में छूट के दायरे 400 यूनिट से कहीं ज्यादा पार हो चुका है , क्योंकि पिछले तीन चार माह से मीटर रीडिंग नही हुई है । खासकर स्पाट बिलिंग के कारण सबसे अधिक व्यवस्था चरमराई हुई है । ऐसे में परेशान उपभोक्ताओं को स्वयं मीटर रीडिंग की मोबाइल में फोटो खींचकर पाड़ीमार एवं तुलसीनगर जोन कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है । यहाँ भी भारी भीड़ भाड़ रह रही है । लोगों को अपना कामकाज छोडक़र बिजली बिल दुरुस्त कराने की मजबूरी है । जिस काम को वितरण विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को करना चाहिए उन्हें उपभोक्ताओं को करना पड़ रहा है ।
जिन विद्युत उपभोक्ताओं के पास स्मार्ट फोन हैं वे मोबाइल से फोटो खींचकर मीटर रीडि़ंग का सुधार मशक्कत के बाद करा लेते हैं । परंतु जिन गरीब उपभोक्ताओं के पास स्मार्ट मोबाइल नहीं हैं उन्हें तपती दोपहरी में घंटों लाइन में खड़ा रहने के बाद भी मायूस लौटा दिया जाता है ।
विद्युत वितरण विभाग द्वारा वर्ष 2019 की शुरूआत से एकबार फिर स्पाट बिलिंग का काम शुरू कराया गया था । परंतु तकनीकी खामियों के कारण दो तीन माह में ही योजना एकबार फिर अदूर्शिता की भेंट चढ़ गई । जिन क्षेत्रों में स्पाट बिलिंग शुरू की गई थी अब उन्हीं क्षेत्र के उपभोक्ता रीडि़ंग नहीं होने से सबसे ज्यादा परेशान हैं ।