किसान सभा ने टैक्टर रैली निकाल कर दिल्ली के किसान आंदोलन का किया समर्थन

कोरबा 28 जनवरी। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर आज बांकी मोंगरा से छत्तीसगढ़ किसान सभा, नौजवान सभा ने 20 किलोमीटर तक टैक्टर रैली निकाल कर दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन और गणतंत्र दिवस पर किसान परेड का समर्थन किया। जिसमें किसान बड़ी संख्या में अपनी टैक्टरों को लेकर पहुंचे टैक्टर रैली को कांग्रेस के बांकी मोंगरा ब्लॉक कमेटी के अध्यक्ष और एल्डरमैन ने फू ल माला से स्वागत कर रैली का समर्थन किया।

छत्तीसगढ़ किसान सभा,नौजवान सभा, छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन ने किसान गणतंत्र परेड आयोजित किया ये परेड मोदी सरकार द्वारा बनाये गए चार कॉर्पोरेटपरस्त श्रम संहिता और तीन किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ आयोजित किये गए थे। इन परेडों के जरिये छत्तीसगढ़ किसान सभा द्वारा केंद्र सरकार से कॉर्पोरेटपरस्त और किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस लेने और फ सल की सी-2 लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने का कानून बनाने की मांग की गई। किसान सभा के जवाहर सिंह कंवर, प्रशांत झा, नंदलाल कंवर, मोहपाल, रामायण, शत्रुहन दास, दिलहरण बिंझवार, श्रमिक नेता वी एम मनोहर, जनाराम कर्ष, नौजवान सभा के हुसैन अली, जाफर मेमन, अजय अग्रवाल, अभिजीत, नरेंद्र साहू, छेदु, धर्मेद्र, संजय यादव, मनोज विश्वकर्मा छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन से दीपक साहू ने टैक्टर रैली का नेतृत्व किया ट्रेक्टर रैली का बांकी मोंगरा चौक में कांग्रेस के बांकी मोंगरा के ब्लॉक अध्यक्ष गणेशदास महंत ओर एल्डरमैन परमानंद सिंह, संजय आजाद, मोहन लदेर ने फूल माला से स्वागत कर रैली का समर्थन किया।

छत्तीसगढ़ किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने दिल्ली में किसान गणतंत्र परेड में हुई हिंसा के लिए पुलिस और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पलवल बॉर्डर के जत्थे को बदरपुर तक जाने की सहमति बनी थी, लेकिन इसे सीकरी के पास ही रोक देने से किसानों को बैरिकेड तोडक़र आगे बढऩा पड़ा और फिर पुलिस द्वारा की गई हिंसा का सैकड़ों लोगों को शिकार बनना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि देशव्यापी किसान आंदोलन को तोड़ने के लिए सरकार द्वारा ही यह हिंसा प्रायोजित की गई थी। देश के किसान इसका माकूल जवाब देंगे और 1 फ रवरी को संसद पर जबरदस्त प्रदर्शन करेंगे

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