दीपका ओपन कास्ट माइंस में फर्जी नौकरी का मामला पहुंचा अब प्रधानमंत्री के पास

कोरबा 22 जनवरी। मिनी रत्न कंपनी एसईसीएल की दीपका ओपन कास्ट माइंस में फ
र्जी पट्टे पर नौकरी किए जाने का मामला आईजी के बाद अब प्रधानमंत्री तक पहुंच गया है। प्रार्थी ने इसकी शिकायत दिल्ली स्थित पीएमओ में करते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने व दोषी लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

जानकारी के अनुसार कोयलाचंल दीपका क्षेत्र में स्थित ओपन कास्ट माइंस के लिए एस ई सी एल प्रबंधन द्वारा ग्राम सिरकी की 16-45 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई है, जिसका खाता नंबर 69 व खसरा नंबर 107, 134, 135, 136, 163, 166, 167, 202, 257-3, 257-4, 259-1, 259-3, 259-4, 259-5, 373, 437-1, 437-5, 437-6 है खातेदार का नाम कलेश्वर पिता गोविंद है। इस जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर बृजलाल भारद्वाज, मनहरणलाल नारंग, मधुकर प्रसाद सोनवानी एवं अवधेश प्रसाद ने एसईसीएल में नौकरी हासिल कर ली और लगातार ड्यूटी बजा रहे है। जबकि खातेदार का पुत्र वास्तविक हकदार अभी भी भटक रहा है। कलेश्वर के पुत्र आकाश कुमार दिव्या वर्तमान निवासी भदरापारा बरगद चौक, वार्ड क्रमांक 36 बालको द्वारा गत दिवस बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी से की गई थी। लेकिन किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई थी, अब प्रार्थी ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली भेजकर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर मोदी से की है और मामले की जांच करवाकर दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई तथा न्याय की गुहार लगाई है। शिकायत के प्रति प्रार्थी ने केन्द्रीय गृह मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रदेश के गृह मंत्री, पुलिस महानिदेशक रायपुर के अलावा कलेक्टर व एसपी कोरबा को भी दी है। मामले का दुखद पहलू यह है कि नौकरी का वास्तविक हकदार
दर-दर की ठोकरे खाते हुए घूम रहा है जबकि फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वाले लोग मजा मार रहे है। मामले की शिकायत प्रार्थी द्वारा संबंधित दीपका थाना से लेकर एसपी, डीएसपी, सीएसपी, आईजी तथा कलेक्टर को गई लेकिन कहीं कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब-जब शिकायत होती है और जांच के लिए दीपका थाना कोई आदेश आता है तो पुलिस द्वारा फर्जी तरीके से नौकरी करने वाले लोगों को थाने बुलाकर पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया जाता है, जिससे प्रार्थी को न्याय नहीं मिल पा रहा है।

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