गर्मियों में पानी की किल्लत- जल जीवन मिशन फेल! खेतार में नल सूखे, ग्रामीणों की बढ़ी मुश्किलें

कोरबा 21 मार्च। जिले के ग्राम पंचायत बेला के आश्रित ग्राम खेतार में पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। गांव के हैंडपंप और बोरवेल लंबे समय से खराब पड़े हैं, जिससे ग्रामीणों को पीने के लिए सुरक्षित पानी नहीं मिल रहा। स्थिति इतनी विकट हो गई है। कि गांव के लगभग 180 लोग नदी-नालों का असुरक्षित पानी पीने को मजबूर हैं। यह समस्या कई महीनों से बनी हुई है और गर्मी बढ़ने के साथ ही हालात और खराब हो रहे हैं।

गांव में जल जीवन मिशन के तहत लगाए गए नलों में पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बंद पड़ी है। इसके अलावा, क्रेडा विभाग द्वारा कराई गई जल आपूर्ति व्यवस्था भी कुछ महीनों में ठप हो गई। प्रशासन की अनदेखी और खराब पड़े बोरवेलों की मरम्मत न होने के कारण ग्रामीणों के पास अब केवल प्राकृतिक जल स्रोत (दोढ़ी नाला) ही पानी का एकमात्र विकल्प बचा है। खेतार पारा निवासी रतन सिंह मंझवार ने बताया कि बरसात के समय से ही सभी बोरवेल और पानी टंकी बंद पड़ी हैं। पानी की समस्या इतनी गंभीर हो गई है कि ग्रामीणों को एक किलोमीटर दूर तक पैदल जाकर पानी लाना पड़ रहा है। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे इस परेशानी से सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। गांववासियों ने बताया कि यदि प्रशासन केवल बोरवेलों की मरम्मत करवा दे और जल जीवन मिशन के तहत जल आपूर्ति बहाल कर दी जाए, तो उनकी समस्या काफी हद तक हल हो सकती है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या के समाधान की मांग की है ताकि उन्हें जल संकट से राहत मिल सके और उन्हें पीने के पानी के लिए संघर्ष न करना पड़े।

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