गोवंश की तस्करी में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई नही, पुलिस का कराया ध्यानाकर्षण
भीषण गर्मी में निकाली दण्डवत यात्रा
कोरबा 20 जून। गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए राज्य की सरकार के द्वारा जहां तमाम तरह की योजनाओं पर कार्य हो रहा है वहीं गौ तस्करी में कुछ लोग दबंगई कर रहे हैं। इस उबालने वाली गर्मी में 45 डिग्री तापमान में जब डामर और सीमेंट कांक्रीट वाली सडक किसी तपती भऋी से कम नहीं तब गौ-वंश की तस्करी में संलिप्त पार्षद और उसके पिता की गिरफ्तारी व कार्रवाई के लिए पुलिस-प्रशासन का ध्यान आकर्षण कराने कर नापते हुए दण्डवत यात्रा करनी पड़ी है।
गौ वंश की रक्षा के लिये गौ-सेवकों ने सडक पर दण्डवत् यात्रा कर लेटते हुए आगे बढकर कटघोरा से कोरबा के बीच की दूरी तय करने का संकल्प लिया। गौ-तस्करी में सम्मिलित नगर पंचायत के पार्षद व उसके पिता के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग हो रही है। गौ रक्षक उमेश बिसेन व मेघा चौहान का आरोप है कि कटघोरा क्षेत्र में दुकालू केवट व उसके पुत्र संतोष केवट एवं अन्य साथियों के द्वारा गौ तस्करी का कार्य बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। मौके पर गौ रक्षकों ने रोका तो दबंगई दिखाकर इधर से उधर भाग गए, जिसकी रिपोर्ट कटघोरा थाना में किया गया।
कटघोरा थाना के द्वारा कोई भी कार्रवाई उनके विरुद्ध नहीं करने से मजबूरन दंडवत यात्रा निकालना पड़ा है। उनका कहना है की गायों की रक्षा हो, उन्हें तस्करी से बचाया जाए,आरोपियों को सजा दी जाए, उचित न्याय मिले इस हेतु कटघोरा से कोरबा तक दंडवत यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस दंडवत यात्रा के माध्यम से वे कोरबा एसपी कार्यालय एवं कलेक्टर कार्यालय तक जाएंगे,आगे कार्यवाही नहीं होने पर गृह मंत्री, मुख्यमंत्री तक आवेदन करेंगे।नगर पंचायत छुरीकला के वार्ड-05 के पार्षद संतोष केंवट और उसके पिता दुकालू केंवट के विरुद्ध मेघा चौहान निवासी ढोढ़ीपारा की रिपोर्ट पर कटघोरा थाना में धारा 34, 506 भादवि तथा पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 (क) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
घटना दिनांक 23 अप्रैल को दोपहर करीब 1 बजे ग्राम बिंझपुर में नदी किनारे दुकालू राम व पुत्र संतोष कुमार केंवट द्वारा नन्दी सहित 150 गौ-वंश को मारते-पीटते क्रूरतापूर्वक तस्करी के इरादे से ले जाया जा रहा था। दुकालू केंवट के पास कथित तौर पर मवेशी व्यापार का लायसेंस है, जिसकी आड़ में गौ-वंश की खरीदी-बिक्री तस्करों के लिए वह करते आ रहे हैं। कथित लायसेंस और झूठ व पहुंच के बल पर किये जा रहे गौ-तस्करी के विरुद्ध गौ-सेवकों ने कार्रवाई कराने का बीड़ा उठाया है।