कोरबा में लॉक-डाउन के पहले दिन सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा, बेवजह घूम रहे लोगों पर ताबड़-तोड़ पुलिस कार्रवाईः अनेक वाहन जप्त, जिले से बाहर जाने के लिए अनुमति अनिवार्य

नवनीत शुक्ला
कोरबा 23 सितम्बर। बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन ने कोरबा सहित जिले के बड़े क्षेत्र को कान्टेनमेंट जोन घोषित कर लॉक डाउन लागू कर दिया है। 23 सितंबर से 02 अक्टूबर तक घोषित पूर्ण बंद के पहले दिन बुधवार को शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा।

जिले में मार्च से अगस्त माह तक पूर्ण रूप से नियंत्रित कोरोना संक्रमण सितम्बर के शुरू से ही अनियंत्रित हो गया। जिले के शहरी और अर्धशहरी क्षेत्रों में कोरोना ने तेजी के साथ पैर पसारा। परिणाम स्वरूप प्रतिदिन बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने लगे। जिले में तेजी से बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन को 23 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक दस दिनों के लिए ऑक डाउन की घोषणा करनी पड़ी।

लॉक डाउन के पहले दिन बुधवार को सुबह से ही शहर की सड़कें सूनी नजर आयी। कहीं-कहीं इक्का-दुक्का लोग नजर आये। पुलिस ने चौक- चौराहों में जहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर रखा है और बेवजह निकलने वाले लोगों के साथ सख्ती से पेश आ रहे है, वहीं अनेक लोगों के दोपहिया वाहनों को जप्त भी कर रही है। ये वाहन कम से कम दो हप्ते तक जप्त रहेंगे। साथ ही न्यूनतम दस हजार रूपये जुर्माना चुकाने के बाद न्यायालय से ही वापस मिलेंगे। आर. आई. एवं यातायात प्रभारी संजय साहू ने बताया कि अकारण घर से बाहर निकलने वाले लोगों के साथ ऐसी ही सख्ती बरती जायेगी।

दूसरी ओर आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल और पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने दल-बल के साथ कोरबा नगर सहित उप नगरीय क्षेत्रों का भ्रमण कर लॉक डाउन का जायजा लिया। नगर निगम आयुक्त एस. जयवर्धन ने नगरीय क्षेत्र में जोनवार प्रभारी अधिकारी तैनात किया है, जो सेनेटाइजेशन और साफ-सफाई के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन के कार्यों में सक्रिय सहभागिता निभा रहे हैं। लॉक डाउन में दवा दुकानें जहां पूरे समय खुली हैं, वहीं बैंक और पेट्रोल पम्प सहित घर-घर दूध पहुंचाने वाले हाकरों को सीमित समय के लिए छूट दी गयी है। जिले से बाहर जाने वालों को लिए पूर्व अनुमति अनिवार्य कर दिया गया है।

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