कोयला खदान से प्रभावित 09 गांव के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया
कोरबा 24 अपै्रल। कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में एसईसीएल खदान प्रभावित 9 गांव के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है। पिछले 15 वर्षों से समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में भागीदारी नहीं निभाने का निर्णय लिया है। गांवों में हैवी ब्लास्टिंग से समस्याएं निर्मित हो रही है। पेयजल की समस्या गहराई हुई है। मुआवजा, रोजगार, बसाहट के प्रकरण अब भी लंबित हैं। समस्याग्रस्त ग्रामीणों ने इसकी सूचना देते हुए कलेक्टर व जिला निर्वाचन के अधिकारी सहित पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा है।
एसईसीएल खदान प्रभावित ग्राम पाली, पड़निया, सोनपुरी, जटराज (चंद्रनगर), खैरभवना, रिसदी, खोड़री, चुरैल, अमगांव के ग्रामीणों ने एकमत होते हुए लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया है। सभी गांव के ग्रामीणों ने आपस में बैठक कर निर्णय लिया है कि गांवों की ज्वलंत समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा है। ऐसे में वे मतदान नहीं करेंगे।
सौंपे गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा है कि उक्त गांवों के निकट खदान होने के कारण कई तरह की समस्याएं उन्हें हो रही है। पिछले 15 वर्षों से वे उक्त समस्याओं से जूझते आ रहे हैं। शासन प्रशासन से कई बार गुहार लगाने के बावजूद आज तक समुचित समाधान नहीं होने से वे क्षुब्ध हैं। इस कारण उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया है। जिन 9 गांव के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है वे तीन ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आते हैं। ग्राम पंचायत पाली, खोड़री व खैरभवना के ग्रामीण लामबंद हैं। उनका कहना है कि यहां आबादी चार से पांच हजार है जो लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी नहीं निभाने को लेकर लामबंद हैं