राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान चित्रकारी, स्लोगन एवं रंगोली के माध्यम से दिया जा रहा सुपोषण का संदेश

बच्चो, महिलाओं को सुपोषण चैपाल मे बताया जा रहा पौष्टिक आहार का महत्व

कोरबा 10 सितंबर 2020. बच्चे, गर्भवती तथा शिशुवती महिलाओं को कुपोषण से निजात दिलाने के लिए राज्य शासन द्वारा नए-नए प्रयास किए जा रहे हैं। सात सितंबर से शुरू हुआ राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। सुपोषण के बारे में जागरूकता लाने के लिए चित्रकारी, स्लोगन तथा रंगोली द्वारा संदेश दिया जा रहा है। गांवो मे सुपोषण चैपाल का भी आयोजन किया जा रहा है। सुपोषण चैपाल मे पौष्टिक आहार से संबंधित जानकारियां भी दी जा रही है। सुपोषण से संबंधित इन रचनात्मक गतिविधियों के द्वारा महिलाओं तथा बच्चों मे सुपोषण के बारे मे जागरूकता आ रही है। कोरोना महामारी के इस दौर मे कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सभी गतिविधियां सम्पन्न की जा रही है। सुपोषण के बारे मे जागरूकता लाने तथा बच्चों, महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा विशेष निर्देश दिया गया है। आंगनबाड़ी केन्द्रो में चित्रकारी, सुपोषण से संबंधित स्लोगन तथा रचनात्मक चित्रकारी को बच्चों के साथ बड़े भी रूचि लेकर सुपोषण का महत्व समझ रहे हैं। बच्चों तथा महिलाओं को कुपोषण से मुक्ति दिलाने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर पौष्टिक आहार का वितरण किया जा रहा है। आहार वितरण के साथ-साथ सुपोषण के प्रति जागरूकता लाने के लिए विविध गतिविधियां भी आयोजित की जा रही है। जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रो मे कार्यकर्ताओ एवं समूहो की महिलाओं द्वारा केन्द्रो और अपने घरोे मे पोषण अभियान संबंधी आकर्षक रंगोली तथा चित्रकारी बनाई जा रही है।
कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री ए.पी. किस्पोट्टा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत गंभीर कुपोषित बच्चों का अलग से चिन्हांकन करके उन्हें पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर बच्चों के माता-पिता को पौष्टिक भोजन के संबंध में जानकारी भी दे रहे हैं। श्री किस्पोट्टा ने बताया कि गांव में सुपोषण चैपाल का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें सुपोषण से संबंधित सभी जानकारी अभिभावकों को दिया जा रहा है। सुपोषण चैपाल में विभिन्न पौष्टिक आहारों का महत्व के साथ-साथ उसके सेवन करने के तरीके को भी बताया जा रहा है।

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