बाईक सवार व्यवसायी पर टूटकर गिरा 11 केवी हाईटेंशन तार, जलकर हुई दर्दनाक मौत
कोरबा 25 जून। सेंद्रीपाली गांव में आज सुबह हुए दर्दनाक हादसे में एक ग्रामीण की मौके पर मौत हो गई। नर्सरी में गिरे विद्युत तार के संपर्क में आने से ग्रामीण जिंदा जल गया। इसके साथ ही उसकी बाइक भी इसकी चपेट में आ गई। घटना की जानकारी होने पर गांव के लोग मौके पर पहुंचे। करतला पुलिस ने मर्ग कायम करने के साथ जांच करने की बात कही है।
जिला मुख्यालय कोरबा से लगभग 50 किलोमीटर दूर रामपुर मार्ग पर स्थित सेंदरीपाली गांव में आज सुबह दिल दहला देने वाली यह घटना हुई है। इसमें 40 वर्षीय ताराचंद अग्रवाल की मौत हो गई। अग्रवाल मूल रूप से व्यवसाई थे जो इस गांव में लंबे समय से परिवार सहित निवासरत थे। बताया गया कि उनकी दिनचर्या में प्रतिदिन सुबह पूजा के लिए फूल लेने का क्रम में शामिल था और इसके लिए वे नजदीकी एक नर्सरी में जाते थे। रविवार को सुबह वे बाइक से वहां गए थे। इस दौरान अचानक नजदीक से गुजरी 11 केवी इलेक्ट्रिक हाईटेंशन लाइन का तार टूटने के साथ नीचे आ गिरा। बताया गया कि तार के सीधे संपर्क में आने से अग्रवाल की चीख निकल गई और कुछ ही देर में उनका मौके पर अंत हो गया। हाई टेंशन लाइन का तार टूटने और इसके संपर्क में आये व्यक्ति की आवाज आसपास के लोगों ने सुनी जिस पर वे इस तरह पहुंचे। लोग यह देखकर हैरान रह गए कि मौके पर बाइक जली हुई पड़ी है और अग्रवाल भी मृत स्थिति में है। कुछ ही देर में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ यहां जुट गए। आनन-फानन में पुलिस को सूचित किया गया। जिसके बाद करतला से सीएसईबी का अमला और थाना की पुलिस यहां पहुंची । संबंधित सब स्टेशन से इस इलाके के फीडर को ऑफ करने के बाद यहां जरूरी कार्रवाई की गई। घटनास्थल से मृतक ताराचंद अग्रवाल का शव हटाने के साथ उसे पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया गया। सेंद्रीपाली और आसपास के इलाके में इस तरह का यह पहला मामला बताया जा रहा है जिसे लेकर लोग नाराज बताये जा रहे है। करतला पुलिस थाना प्रभारी ललन पटेल ने बताया कि मामले में 174 सीआरपीसी के अंतर्गत मर्ग कायम किया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
सेंद्रीपाली स्थित रेशम कोसा तसर सेंटर की नर्सरी में बिजली तार के अचानक टूटने की घटना में कैजुअलिटी हुई है। मौके पर तार के झूलने जैसी किसी प्रकार की शिकायत विभाग के पास किसी भी स्तर से नहीं आई थी। क्षेत्र में बनी हुई समस्याओं को लेकर सीएसईबी आवश्यक कदम उठा रहा है। जेई, सीएसईबी करतला,