मृत पति को न्याय दिलाने, आदिवासी महिला ने लगाई पुलिस अधीक्षक से गुहार
कोरबा। जिले के वनांचल क्षेत्र की आदिवासी महिला ने पुलिस अधीक्षक कोरबा को आवेदन देकर अपने मृत पति को न्याय दिलाने की मांग की है।
शिकायत पत्र में दिए गए विवरण के अनुसार कोरबा जिला के करतला थाना क्षेत्र के ग्राम बताती में अंबिका बाई अपने तीन बच्चों के साथ निवास करती हैं। अंबिका बाई ने बताया कि उसका पति देवसिंह कंवर 13 जनवरी 2023 की रात ग्राम कमरन गौरा कार्यक्रम देखने गया था। 14 तारीख की सुबह 4 से 5 बजे के बीच ग्राम बताती निवासी दीलिप सिंह कंवर के साथ गौरा कार्यक्रम देख कर उसके घर आ गया। देवसिंह कंवर और दीलिप सिंह कंवर के बीच किसी बात को लेकर वाद विवाद हो गया और गुस्से में आकर दीलिप सिंह कंवर ने किसी भारी वस्तु से देवसिंह कंवर के सिर पर हमला कर उसे चोटिल कर दिया। इस घटना में देवसिंह कंवर बेहोश हो गया!
आरोप है कि घटना के कुछ समय बीत जाने के बाद दीलिप सिंह कंवर की पत्नी रामबाई ने उनके घर आ कर आवेदिका के देवर शिवनाथ सिंह को कहा कि तुम्हारा भाई हमारे घर में है। उसकी तबीयत खराब है। जाकर उसे ले आओ। ईसके बाद शिवनाथ सिंह ने जाकर देखा तो उसका भाई बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ है। उसके द्वारा गाँव के अन्य लोगों को बुलाकर उनकी मदद से अपने भाई को ईलाज के लिए करतला स्वास्थ्य केन्द्र ले कर गया, जहाँ से उसे जिला चिकित्सालय कोरबा रीफर कर दिया गया। मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए वहाँ से भी उसे रीफर कर दिया, जिसे कृष्णा हास्पिटल कोसाबाड़ी कोरबा में भर्ती करवाया गया। यहां सीटी स्कैन करने के बाद डाक्टर द्वारा बताया गया कि देवसिंह कंवर के सिर में खून जम गया है, जिसका तत्काल आपरेशन करने की जरूरत है।
प्रार्थिया के अनुसार उनके पास प्रर्याप्त पैसा नहीं होने के कारण आपरेशन नहीं हो पाया। फिर वे लोग देवसिंह को रायगढ़ के बालाजी मैट्रो हास्पिटल ले गए। वहाँ पर भी पैसा नहीं होने से उसका आपरेशन नहीं हो पाया। फिर वे लोग 15 जनवरी 2023 को उसे रायगढ़ से अपने घर बताती ले आए। कुछ दिनों के बाद उसकी मृत्यु हो गई।
आवेदन पत्र में लिखा गया है कि उन लोगो ने पुलिस थाना करतला में रिपोर्ट दर्ज करने की कोशिश की, जिस पर गाँव के तिलक सिंह कंवर, सहलदास (कोटवार), नंद लाल निर्मलकर (पंच), नर्मदा राठिया, सीताराम झारिया और दीलिप सिंह कंवर ने गाँव में बैठक कर उन लोगो को रिपोर्ट करने पर समाज से और गाँव से बाहर निकालने का दबाव बनाकर पति के शव का दाह संस्कार करने को कहा गया। जबकि उनके समाज में दाह संस्कार करने की परंपरा नहीं है। परिजनों ने देवसिंह का कफन दफन कर दिया।
आरोप है कि 17 जनवरी 2024 को इन लोगों के द्वारा प्रार्थिया के घर आकर रिपोर्ट नहीं करने और कागज में लिखा पढ़ी करने की बात कहते हुए 25000/- पच्चीस हजार रुपये देने का प्रयास करने लगे, लेकिन प्रार्थिया द्वारा पैसा लेने से मना कर दिया गया। आवेदन में कहा गया है कि अभी भी उक्त लोगो के द्वारा रिपोर्ट नहीं करने के लिए धमकी दी जा रही है। प्रार्थिया ने शिकायत में कहा है कि उसके द्वारा 23 मई 2023 को करतला थाना में जाकर रिपोर्ट लिखाने के लिए पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई। करतला थाना के द्वारा उक्त लोगो को बुलाया गया और छोड़ दिया गया। अभी तक उन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नही की गई है। प्रार्थिया ने अपने मृत पति के साथ स्वयं और अपने बच्चों को न्याय दिलाने की मांग पुलिस अधीक्षक से की है।