कार्बन पेस्ट फैक्ट्री में आगजनी, संचालक को हुआ लाखों का नुकसान
कोरबा 28 मई। गर्मी के मौसम में आगजनी के मामले लगातार हो रहे हैं। कोरबा के खरमोरा वार्ड स्थित औद्योगिक क्षेत्र स्थित बेस्टन नामक फैक्ट्री में आग लग गई। फैक्ट्री के बॉयलर में रिसाव के असर को घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है। हालांकि वास्तविकता अभी सामने नहीं आई है। कार्बन पेस्ट का निर्माण करने के काम से जुड़ी फैक्ट्री में आग लगने पर काफी ऊंचाई तक इसका धुआं देखा गया। चार अग्निशमन वाहनों के द्वारा कोशिश करने के साथ आगजनी पर नियंत्रण कर लिया गया। फैक्ट्री संचालक को लाखों का नुकसान होने के दावे किए जा रहे हैं।
रविवार को सुबह 8.30 बजे के आसपास इंडस्ट्रियल एरिया में आगजनी की घटना हुई। सूत्रों के अनुसार कोरबा निवासी अंकुश अग्रवाल की यहां पर कार्बन पेस्ट निर्माण करने वाली औद्योगिक इकाई संचालित है। कुछ वर्ष पहले इकाई की स्थापना करने के लिए जिला उद्योग केंद्र से जमीन प्राप्त की गई थी। इसके बाद आगे का कार्य शुरू किया गया। जानकारी मैं बताया गया कि इस यूनिट में बाहर से कच्चे माल की आवक करने के साथ इसे अगली रासायनिक प्रक्रिया मैं शामिल किया जाता है और इसके बाद कार्बन पेस्ट तैयार होता है। लोहा गलाने के काम में इस सामग्री का उपयोग सुनिश्चित होता है। छत्तीसगढ़ और अन्य क्षेत्रों में संचालित उन इकाइयों को कार्बन पेस्ट की सप्लाई की जाती है जो इस कैटेगरी के उद्योगों का संचालन करते हैं। मालूम चला कि कार्बन पेस्ट से संबंधित कामकाज करने वाली खरमोरा इस्थित औद्योगिक इकाई आज सुबह अचानक एक जगह से आग लग गई और उसने बड़े हिस्से को अपनी चपेट में लिया। लिक्विड और दूसरे सामान इसके संपर्क में आए और तुरंत इनका कबाड़ा हो गया। मौके पर लगी आग की लपट के अलावा बड़ी ऊंचाई तक धुंआ का गुबार उठा। दावा किया जा रहा है कि इसे काफी दूर तक लोगों ने देखा। घटनाक्रम के बारे में फैक्ट्री के एक कर्मचारी के द्वारा इस इलाके में रहने वाले लवलेश दुबे को दी गई। उन्होंने आगे इसकी सूचना दी और इसके कुछ देर के बाद पहली दमकल यहां पहुंची।
आगजनी का दायरा बहुत ज्यादा था। इसे देखते हुए तीन और दमकल यहां पर बुलाई गई। लगभग ढाई घंटा तक मशक्कत करने के बाद चार दमकल ने मिलकर आगजनी को नियंत्रित किया। स्थिति सामान्य होने पर औद्योगिक क्षेत्र के आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली। याद रहे पिछले पखवाड़े ऐसी घटना इस इलाके में फर्नेस आयल बनाने वाली कंपनी में हुआ था। शॉर्ट सर्किट के कारण यहां पर लगी आग के कारण संचालक को लाखों का नुकसान हुआ।
छत्तीसगढ़ के प्रमुख औद्योगिक जिले कोरबा में सरकारी और निजी उद्योग संचालित है। इस लिहाज से सभी उद्योगों को अपने स्तर पर अग्निश्मन संसाधन का प्रबंधन करना पड़ा है। एनटीपीसी, सीएसईबी, एसईसीएल, आईओसी के साथ-साथ नगर निगम में पर्याप्त संख्या में ऐसे वाहनों की व्यवस्था की है। ऐसा होने पर उद्योगों के साथ-साथ आसपास के इलाके में दमकलों की उपयोगिता बेहतर तरीके से सुनिश्चित हो रही है और दुर्घटना पर नियंत्रण किया जाना संभव हो रहा है। बीते वर्षों में ऐसे अनेक मामलों में औद्योगिक संयत्रों की दमकलों के माध्यम से फौरीतौर पर नतीजे प्राप्त करने का काम संभव हुआ है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ नगर सेना के द्वारा राहत और बचाव को लेकर 25 से ज्यादा जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिलवाने का काम महाराष्ट्र के कोलार्ड में किया गया है।
औद्योगिक क्षेत्र में बड़ी संख्या में उद्योग इकाइयों संचालित हैं जिनमें से बहुत सारी जोखिम सामान बनाने के काम से जुड़ी हुई है। औद्योगिक क्षेत्र के आसपास रिहायशी इलाका में बसा हुआ है और इसमें बड़ी संख्या में लोग निवासरत है। औद्योगिक इलाके में लगातार होने वाली अग्नि दुर्घटनाएं लोगों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। लोग चाहते हैं कि इस तरह की घटनाओं के नियंत्रण के लिए स्थाई समाधान किए जाने चाहिए।