सर्वेक्षण में मिले 1786 क्षय रोगियों को परामर्श और दवाएं देने का काम कर रहा है स्वास्थ्य विभाग
कोरबा 27 मार्च। कोरबा जिले में पिछले वर्ष किए गए सर्वेक्षण में 1786 लोगों में टीबी के लक्षण पाए गए थे। वर्तमान में उन्हें उपचार दिया जा रहा है। टीवी से प्रभावित दो व्यक्तियों की मौत इस अवधि में हुई हैए लेकिन इसके लिए दूसरे कारण जिम्मेदार थे।
कोरबा जिले में इन्हें आवश्यक परामर्श देने का काम स्वास्थ विभाग कर रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि सतर्कता ही किसी भी बीमारी से आपको बचाने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। लोगों को सलाह दी जा रही है कि अगर आप काफी समय से खांसी और बुखार से पीडि़त है तो इसकी अनदेखी ना करें और जल्दी डॉक्टर से संपर्क करें। लंबे समय तक खांसी और शरीर में बुखार बने रहने के कारण एक स्थिति ऐसी आती है जब लोग क्षय रोग की जद में आ जाते हैं। इसे टीबी के नाम से भी जाना जाता है। देश और दुनिया में 24 मार्च को क्षय रोग के लक्षणए कारण और निवारण को लेकर संवाद हुआ। जिसमें चिकित्सकों ने बताया कि कोरबा जिले में भी क्षय नियंत्रण के लिए काम हो रहा है। पहले और अब की स्थिति में क्षय रोग की चिकित्सा एडवांस हुई है। अब सिर्फ एक ही टैबलेट का उपयोग पीडि़तों को करना पड़ रहा है। एक व्यक्ति से होकर यह बीमारी दूसरे में प्रवेश करती है इसलिए इसकी रोकथाम के लिए टीपीपी व्यवस्था पर काम किया जा रहा है। संबंधित लोगों को 6 महीने तक दवा का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।