साप्ताहिक बाजार में मोबाइल चोर हो रहे सक्रिय

कोरबा 23 फरवरी। डीजल, कबाड़ और कोयला चोरी को लेकर कुख्यात हो चुके कोरबा जिले के दीपका इलाके में अब मोबाइल चोरी आम बात हो गई है। चोरों ने यहां के साप्ताहिक सोमवारी और बुधवारी बाजार को सबसे बेहतर स्थान चुन लिया है। प्रति सप्ताह लगने वाले मार्केट से 10 से अधिक उनके मोबाइल पार किए जा रहे हैं। खास बात यह है कि चोरों के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है। नगर पालिका परिषद और दीपका थाना क्षेत्र के अंतर्गत लोगों को उनकी जरूरत का सामान उपलब्ध कराने के लिए सोमवार और बुधवार को बाजार लगाने की व्यवस्था की गई है। यहां पर अलग-अलग कारोबार से जुड़ा वर्ग अपनी दुकान लगाता है और क्षेत्र के लोग यहां पहुंचकर सुविधा प्राप्त करते हैं। क्षेत्र की बड़ी आबादी बाजार से अपनी जरूरत पूरी कर रही है।

दूसरी और बाजार को साफ्ट टारगेट बनाते हुए मोबाइल चोर सक्रिय हो गए हैं जिनके द्वारा हर बाजार को यहां से चोरी चकारी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है । खबर के अनुसार पिछले 3 सप्ताह से इस तरह की घटनाएं यहां पर घटित हो रही है और हर बार बाजार में 7 से लेकर 10 मोबाइल पार हो रहे हैं। सूचनाओं में कहा गया कि रात्रि 8.00 बजे के बाद जो लोग बाजार करने यहां पहुंचते हैं उन्हें निशाने पर रहने के साथ मोबाइल पार किए जा रहे हैं। सबसे दिलचस्प बात यह है कि अब तक की घटनाओं में वही मोबाइल पर हुए हैं जो लोगों के सामने की पॉकेट में रखे हुए थे। अन्य मामलों में घटनाएं रुक गई। बाजार से मोबाइल पर होने को लेकर कहां जा रहा है कि इस तरह के कारनामे करने के लिए शातिर किस्म के चोर काफी क्रियाशील है जो एक निश्चित समय पर यहां पहुंचते हैं और बड़े खास अंदाज में घटनाओं को परवान चढ़ाते है। बाजार में होने वाली इन घटनाओं के दौरान लोगों को मौके पर ही इसका पता चला लेकिन वह अपने या दूसरे स्तर पर चोरों का पता नहीं कर सके। कयास लगाया जा रहा है कि चोर स्थानीय हो सकते हैं या फिर उन्होंने भीड़भाड़ भरे क्षेत्र में बहुत कम समय में इस प्रकार की घटनाओं को ऊंचाई देने के लिए विशेष कोचिंग ली हो। ऐसा नहीं है कि इस तरह की घटनाओं को लेकर लोगों के द्वारा स्थानीय पुलिस को अवगत नहीं कराया गया लेकिन साप्ताहिक बाजार दिवस को मौके पर पेट्रोलिंग नहीं किए जाने के कारण चोर उचक्के के हौसले बुलंद हैं। कोरबा जिले में जब क्राइम कंट्रोल करने के लिए कई प्रकार के दावे किए जा रहे हैं तो कोलाचल में चोरों का बढ़ता हुआ मनोबल कुछ अलग ही कहानी कहता है।

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