उत्तरप्रदेश की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी मिले उद्योग लगाने हेतु स्वकृति – लघु उद्योग भारती

रायपुर 20 अगस्त। लघु उद्योग भारती के पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, प्रदेश कोषाध्यक्ष के. एस. बेदी , लघु उद्योग भारती दुर्ग के अध्यक्ष संजय चौबे, हथखोज इकाई अध्यक्ष मनीष भूचाशिया, ने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी उधमियों को ईज आफ डूइंग का अहसास कराने के लिए के लिए छत्तीसगढ़ सरकार उठाए कदम। गौर तलब है कि उत्तरप्रदेश सरकार ने सूक्षम, लघु एवं मध्यम उधम (अवस्थपना एवं संचालन) अधिनियम की मंजूरी देकर एक ऐसी व्यवस्था बनाई है कि कोई भी एमएसएम्ई इकाई लगाने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित प्रारूप पर प्रपत्र भरकर देने मात्र से 72 घंटे में ही स्वकृति मिल जाएगी। इसके बाद अगले 900 दिन तक उधमी को किसी भी सरकारी विभाग से कोई अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी। गौर तलब है कि संपूर्ण भारत वर्ष में करोना संकट के इस कठिन दौर में भी एमएसएम्ई इकाईयों ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को संभाले रखा। बीते वर्षों में इसी सेक्टर ने निर्यात को भी तेजी से बढ़ाया। ऐसे में उत्तरप्रदेश सरकार ने नए उद्योग को लगाने एवं पुराने उधमियों के लिए एमएसएम्ई एकट अधिनियम को स्वकृति प्रदान कर दी है। इसी तारतम्य में लघु उद्योग भारती के उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, दुर्ग इकाई अध्यक्ष संजय चोबे , कार्यलय प्रभारी दुर्गा प्रसाद ने बताया कि तम्बाकू उत्पाद, गुटका, पान मसाला, अल्कोहल वात्युकत पेय पदार्थ, कार्बोनेट उत्पाद, पटाखों का निर्माण,40 माइक्रोन से कम या समय समय पर सरकार द्वारा निर्दिष्ट मोटाई से कम के प्लास्टिक कैरी बैग तथा प्रदेश नियंत्रण बोर्ड द्वारा चिन्हित लाल श्रेणी की इकाइयां पर उक्त अधिनियम लागू नहीं होगा।

Spread the word