इंडस्ट्रियल एरिया के गोदाम से मिठाई के सेंपल लिये औषधि प्रशासन विभाग ने

कोरबा 31 जुलाई। त्योहार के सीजन में लोगों को अपमिश्रित मिठाई तो नहीं मिल रही है, इसकी चिंता करने के साथ खाद्य औषधी प्रशासन विभाग ने सक्रियता दिखानी शुरू की है। इंडस्ट्रियल एरिया से सेंपल लेने का अभियान आज शुरू किया गया। इसे विस्तार दिया जाना है। नमूनों को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जायेगा। इनकी रिपोर्ट एक पखवाड़े में प्राप्त होगी।
खाद्य औषधी प्रशासन विभाग खासतौर पर त्यौहारी सीजन में एक्टिव मोड में आता है। रक्षाबंधन से ठीक पहले उसने मैदान में उतरकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने संतोष बेकर्स के गोदाम में निर्माणाधीन सामाग्री के सेंपल लिए। इसके पीछे आधार सिर्फ यह होता है कि उत्पाद में किसी तरह की समस्या तो नहीं। कोरबा क्षेत्र में जितनी भी दुकानें मिठाई तैयार करती है, वहां विभाग की टीम पहुंचेगी और सेंपल लेने का काम करेगी। प्रक्रिया के अंतर्गत ऐसे सेंपल विभाग की प्रयोगशाला को भेजे जायेंगे। जहां परीक्षण के साथ तय होगा कि जो सामान कोरबा में बनाया जा रहा है, वह गुणवत्ता मानक के अनुरूप है या नहीं। विभाग की कार्रवाई तब शुरू हुई है जब लाकडाउन के दौरान गिनती के घंटे के लिए व्यवसाय चल रहा है और कोरोना खतरें के कारण चुनिंदा लोगों की उपस्थिति मिठाई के लिए दर्ज हो रही है। आज कार्रवाई के पहले दिन एडीसी भीष्मदेव सिंह, खाद्य सूरक्षा अधिकारी आरआर देवांगन, विकास भगत मौके पर मौजूद रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों पर भी नजर
शहरी क्षेत्र में लाकडाउन से मार्केट पर असर है। ग्रामीण क्षेत्र से मुक्त है लेकिन कई नियम लोगों को वहां मानने होंगे। ग्रामीण क्षेत्र की दुकानों में मिठाई बनने के साथ बाजारों में बेची जा रही है। ज्यादा लाभ के चक्कर में मनमानी हो सकती है। इसलिए विभाग की टीम यहां भी है।
व्यवसायी हुए सतर्क
सरकारी जांच पड़ताल शुरू होने के साथ कोरबा और उपनगरीय क्षेत्र के मिठाई कारोबारी सतर्क हो गये है। राखी से पहले कभी भी उनके यहां टीम की दबिश हो सकती है। इसलिए किसी तरह की जोखिम मोल लेने से बचने के लिए जरूरी उपाय अपनाने पर काम हो रहा है। ऐसा करना उनके लिए सुरक्षात्मक होगा।
वर्सन
जन स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए सभी त्यौहारी सीजन में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाती है। अधिक मांग वाले सामानों के सेंपल इन्हीं कारणों से लिये जाते है कि उनमें गुणवत्ता से छेड़छाड़ तो नहीं की जा रही है। सेंपल की जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधितों पर कार्रवाई का प्रावधान है।
– भीष्मदेव सिंह, सहायक नियंत्रक औषधी प्रशासन
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