सिटी बस सेवा ठप्प, बस अड्डों में लग रहीं नाश्ते की दुकानें

कोरबा 9 दिसंबर। कोरोना संक्रमण की पहली लहर के साथ शहर में चल रही सिटी बस सेवा बंद हो गई। डेढ़ साल बाद अब पूरा देश अनलॉक है पर शहर में सिटी बस सेवा तब से ठप है। इसके साथ ही शहर में प्रमुख जगह बने ज्यादातर बस स्टॉप का भी बुरा हाल है। वर्तमान में कहीं दुकान सज चुकी है, तो कही बस स्टॉप टूटे-फूटे क्षतिग्रस्त पड़े हैं। दूसरी ओर उपयोग नहीं होने के बाद भी नए स्टॉप बनाने टेंडर भी हो रहे हैं।

पुराना बस स्टैंड के पास रानी धनराज कुंवर देवी स्वास्थ्य केंद्र के सामने बने बस स्टॉप पर सुबह-शाम नास्ते की दुकान, सीएसईबी चौक के पास अप्पू गार्डन के सामने बिना प्लेट और कोहड़िया में क्षतिग्रस्त हो चुकी है। शहर में सिटी बस सेवा के शुरू होने के बाद बने बस स्टाप का बुरा हाल है। दरअसल शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक यात्री परिवहन सुविधा के लिए कोरबा में 6 साल पहले सिटी बस सेवा की शुरुआत हुई। नगरीय निकाय क्षेत्रों के बीच एसी.-नॉन एसी सिटी बसें चलने लगी। सिटी बस के सभी रूट पर यात्री सुविधा के लिए जगह-जगह स्टॉपेज तय किए गए जहां बस स्टॉप का निर्माण भी कराया गया। बस सेवा बंद होने से अब ज्यादातर स्टॉप अनुपयोगी हो गए हैं।

सिटी बस के लिए शहरी क्षेत्र में 20 से अधिक बस स्टॉप का निर्माण कराया गया है। प्रत्येक स्टॉप के निर्माण 5 से 7 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। शहर से दर्री बरॉज की ओर जाने वाले फोरलेन के किनारे कोहड़िया में कई जगह बस स्टॉप बने हैंए जिसमें एक स्टॉप क्षतिग्रस्त हो चुका है। बावजूद इसके कोहड़िया में अब निगम नए बसस्टॅाप के लिए 6 लाख के टेंडर की तैयारी कर रहा है। जिला में कोरोना काल में अनलॉक के दौरान 50 फीसदी क्षमता के साथ सिटी बस परिचालन का शर्त होने पर ऑपरेटर दुर्गाम्बा ट्रांसपोर्ट तैयार नहीं हुई थी। कोरबा अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट सोसाइटी से इसके लिए सब्सिडी मांगी गई तब सोसाइटी तैयार नहीं हुई। एक साल इंतजार के बाद ऑपरेटर कंपनी को टर्मिनेट करने की तैयारी की गई तो दुर्गाम्बा ट्रांसपोर्ट हाईकोर्ट में चली गई।

नगर निगम आयुक्त कुलदीप शर्मा ने बताया कि सिटी बस का मामला कोर्ट में लंबित है। दूसरी ओर ठेका कंपनी दुर्गाम्बा ट्रांसपोर्ट से बात की जा रही है। वार्ता सफल होने पर जल्द सिटी बस का परिचालन शुरू किया जाएगा, नहीं तो कोर्ट से फैसले तक इंतजार करना पड़ेगा। सिटी बस स्टॉप को खाली व मरम्मत करवाकर यात्रियों के उपयोग में लाया जाएगा। शहर से दर्री, बालको, कुसमुंडा की ओर जाने वाले मार्ग पर सिटी बस के लिए बने बस स्टॉप पर निजी बसें नहीं रुकते हैं। बसें ज्यादातर चौराहों व प्रमुख जगह पर सड़क किनारे रुकते हैं। ऐसे में यात्रियों को खुली जगह पर खड़े होकर बस का इंतजार करना पड़ता है। नगर निगम ने भी कई जरूरी जगह के बजाए कम उपयोगिता वाले स्थान पर बस स्टॉप बना दिए गए हैं।

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