भू-विस्थापितों को घुसने से नहीं रोक सका एसईसीएल, 8 घंटे उत्पादन बंद

कोरबा 9 नवम्बर। एसईसीएल की मुश्किलें भू-विस्थापितों के आंदोलन ने बढ़ा दी है। एक माह से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे भू-विस्थापितों ने सोमवार को एसईसीएल के दीपका खदान में कोयला उत्पादन व रोड सेल से कोल डिस्पैच बाधित कर दिया। भू-विस्थापितों को रोकने के लिए खदान के बाहर व भीतर बड़ी संख्या में सीआईएसएफ के अलावा पुलिस के जवान तैनात रहे, लेकिन बावजूद भू-विस्थापितों को खदान में घुसने से नहीं रोक सके। खदान बंद करने निकले भू-विस्थापित बड़ी संख्या में सुबह 9 बजे से ही दीपिका श्रमिक चौक पहुंच गए।

यहांं इन्हें रोकने बैरिकेट्स पर जवान तैनात रहे, लेकिन भू-विस्थापितों खदान के भीतर पहुंचने में कामयाब हो गए। भू-विस्थापित दीपका श्रमिक चौक के अलावा मलगांव साइड, सुआभोडी व सिरकी, अमगांव के रास्ते भी खदान के भीतर पहुंचे। सभी संगठन के बैनर के साथ प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए खदान में कोल हैंडलिंग प्लांट सीएचपी तक पहुंच गए। शााम 4 बजे तक आंदोलन जारी रहा। इससे 8 घंटे तक खदान में कोयला उत्पादन व डिस्पैच प्रभावित रहा। उनके 15 सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा अनिश्चितकालीन आंदोलन से एसईसीएल को नुकसान झेलना पड़ा। एक अफसर ने बताया कि आंदोलन से खदान में कोयला उत्पादन और डिस्पैच बाधित रहा। कुछ माह पहले भी भू-विस्थापितों ने दीपका में इसी तरह का आंदोलन किया था।

भू-विस्थापितों का आंदोलन शुरू होने के साथ ही प्रबंधन के अधिकारी आंदोलनकारियों को समझाइश देते नजर आए, वार्ता की बात भी कही, लेकिन प्रबंधन के अब तक के रवैया देखते हुए भू-विस्थापित नहीं माने और माइंस के अंदर जाने के बाद भू-विस्थापितों ने पहले खदान के भीतर ट्रकों से होने वाले कोल डिस्पैच को बंद करा दिया। इसके बाद कोयला उत्पादन भी बाधित कर दिया। भू-विस्थापित मशीनों के सामने ही बैठ गए थे।

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