गंभीर मरीजों को अब मिलेगी निजी अस्पतालों जैसी ईलाज की निःशुल्क सुविधा
कोरबा में फिर बढ़ी गंभीर मरीजों के ईलाज की सुविधाः मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुरू हुआ आईसीयू
कोरबा 25 सितंबर। कोरबा जिले में गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों के बेहतर ईलाज के लिए लगातार सुविधाओं में विस्तार हो रहा है। इसी कड़ी में शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्व सुविधा युक्त आईसीयू यूनिट शुरू कर दिया गया है। इस यूनिट में गंभीर रूप से बीमार मरीजों को भर्ती कर उनका ईलाज होने लगा है। इस सर्व सुविधायुक्त 10 बिस्तर वाले आईसीयू यूनिट में गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन की सुविधा के साथ-साथ वेंटीलेटर की भी उपलब्ध है। जीवन रक्षक दवाईयों के साथ अन्य उपकरण भी इस यूनिट में लगाए गए हैं। एक साथ 10 गंभीर मरीजों के ईलाज की सुविधा विकसित हो जाने से आम आदमी, गरीब और दूरस्थ वनांचलों से आने वाले मरीजों की जान बचाने में अब ज्यादा सहुलियत होगी। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देश पर इस यूनिट में जरूरी उपकरणों का इंस्टॉलेशन और अन्य व्यवस्थाएं तेजी से पूरी की गई हैं और कल से इसमें मरीजों को भर्ती कर ईलाज शुरू हो गया है।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. बी. बोडे ने बताया कि इस 10 बिस्तर वाले सर्व सुविधायुक्त आईसीयू यूनिट में विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ प्रशिक्षित नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को मरीजों के ईलाज के लिए रोटेशन आधार पर तैनात किया गया है। इस यूनिट के शुरू हो जाने से दूर-दराज के इलाकों से आने वाले गंभीर रूप से बीमार गरीब मरीजो को ईलाज के लिए अब शहर के निजी अस्पतालों सहित रायपुर-बिलासपुर के बड़े अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर ही शासकीय अस्पताल में ऐसे मरीजों का ईलाज समय पर निःशुल्क हो सकेगा। इससे गरीब मरीजों की जान भी बच सकेगी और निजी अस्पतालों में ईलाज में खर्च होने वाला पैसा भी बचेगा। इस यूनिट के शुरू होने से अब गंभीर मरीजों को बड़े और निजी अस्पतालों में ईलाज के लिए रिफर भी नहीं करना पड़ेगा। सीएमएचओ ने बताया कि औद्योगिक जिला होने के कारण कोरबा में सड़क और अन्य दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल लोगों को रायपुर ले जाने में पांच से सात घंटे का समय लगता है। समय पर उचित ईलाज नहीं मिलने से डॉक्टर भी कई बार मरीज की जान बचाने में भी सफल नहीं हो पाते हैं। ऐसे में जिला मुख्यालय में ही सुसज्जित आईसीयू की सुविधा मिलने से गंभीर रूप से घायल लोगों को भी जान बचाने में आसानी होगी।