सड़क के गड्ढों का नामकरण अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के नाम

कोरबा 3 जुलाई। मुख्य मार्ग का जीर्णोद्धार करने की मांग को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी पुनः सड़क की लड़ाई पर उतर गई है। 11 जुलाई को सड़क पर हुए गड्ढों का पूजन कर एसईसीएल के अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों के नाम से गड्ढों का नामकरण किया जाएगा। इसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं आता है तो 16 जुलाई को चक्का जाम आंदोलन करने की घोषणा की है।

इस संबंध में एक ज्ञापन माकपा जिला सचिव प्रशांत झा की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल कोरबा महाप्रबंधक के नाम सुराकछार उप क्षेत्रीय प्रबंधक को सौंपा। इस दौरान जवाहर सिंह कंवर, रमेश अग्रवाल, विनोद साहू, सत्रुहन दास, लखपत दास, ज्योति भूषण यादव, दिलीप चौहान आदि कार्यकर्ता शामिल रहे। उन्होंने कहा कि बांकी मोंगरा मेन माइंस से मेन मार्केट तक चार किलोमीटर लंबी सड़क काफी जर्जर हो चुकी है। यह सड़क ही मड़वाढ़ोढा, पुरैना, गंगानगर, बांकी बस्ती, रोहिना एवं अन्य गांवों को जोड़ती है। बरसात होने पर इस सड़क में पानी भर जाता है और धूप होने पर धूल उड़ती है। इससे आम जनता के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है।

माकपा नेताओं ने एसईसीएल और नगर निगम पर आरोप लगाया है कि एसईसीएल द्वारा खदानों का संचालन केवल मुनाफा कमाने के लिए किया जा रहा है, जबकि नगर निगम की दिलचस्पी केवल टैक्स वसूली में है। लेकिन अधिकारियों के साथ कई बार वार्ता होने के बावजूद ग्रामीण और उपनगरीय क्षेत्र बांकीमोंगरा की जन समस्याओं को हल करने के लिए वे कतई गंभीर नहीं है। झा ने कहा कि सड़क के लिए माकपा व जनता ने आंदोलन किया था, तब एसईसीएल ने लाखों रुपय का टेंडर जारी किया था, पर बाद में इसे निरस्त भी कर दिया है और सड़क जीर्णोद्धार का काम आज तक शुरू नहीं हुआ है।

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