कनाडा में भीषण लू…49 डिग्री के पार पारा.. 135 लोगों की मौत

नई दिल्ली 1 जुलाई : कनाडा इन दिनों लू के भीषण थपेड़ों से जूझ रहा है और इस गर्मी के चलते मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. रॉयल कनैडियन माउंटेड पुलिस और सिटी पुलिस डिपार्टमेंट की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार के बाद से वैंकुवर में कम से कम 134 लोगों की मौत दर्ज की गई है. वैंकुवर पुलिस डिपार्टमेंट ने कहा है कि शुक्रवार के बाद से 65 लोगों की अचानक मौत के मामले सामने आए हैं, ज्यादातर की मौत की वजह लू ही प्रतीत होती है.

एन्वॉयरमेंट कनाडा के मुताबिक गुरुवार को वैंकुवर के पश्चिम में 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ब्रिटिश कोलंबिया के लिटन में लगातार तीसरे दिन 49.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है, जोकि अब तक का रिकॉर्ड है. पुलिस अधिकारी स्टीव एडिशन ने कहा, ‘वैंकुवर में ऐसी गर्मी कभी नहीं पड़ी, अचानक से बहुत सारे लोगों की मौत हो रही है.’

स्थानीय निगम अधिकारियों ने भी मौत की बात कही है, लेकिन अभी तक मौतों की संख्या जारी नहीं की गई है. खबरों के मुताबिक क्लाइमेट चेंज की वजह से भीषण गर्मी पड़ रही है. वैश्विक स्तर पर 2019 सबसे गर्म साल था और पांच सबसे ज्यादा साल पिछले 15 सालों के दौरान सामने आए हैं.
दूसरी ओर अमेरिका में ओरेगन राज्य का सबसे बड़ा शहर पोर्टलैंड भीषण गर्मी का सामना कर रहा है और बीते शनिवार को शहर में गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट गए. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि शहर के निवासियों को इतिहास की सबसे भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है. शहर में लू चलने से पारा बहुत अधिक बढ़ गया है. दुकानों में पोर्टेबल एयर कंडीशनरों और पंखों की आपूर्ति मांग से कम पड़ गई है, अस्पतालों ने बाहर टीकाकरण शिविर रद्द कर दिए हैं, शहरों में कूलिंग केंद्र खुल गए हैं और बेसबॉल खेल प्रतियोगिताएं रद्द कर दी गयी हैं.

राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार, पोर्टलैंड में शनिवार दोपहर को तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. ओरेगन के सबसे बड़े शहर में इससे पहले 1965 और 1981 में अधिक गर्मी पड़ी थी और तब तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. सिएटल में शनिवार को तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जिससे वह जून में सबसे गर्म दिन बन गया और इतिहास में केवल चौथी बार शहर में तापमान 100 डिग्री फेरेनहाइट के पार चला गया है.

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