केवल स्वस्थ पारिस्थितिक तंत्र ही धरती पर जीवन की संभावनाओं को बचा सकती हैंः कोसरिया

विश्व पर्यावरण दिवस पर अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत संयंत्र में पौधरोपण

कोरबा 6 जून। अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस ) में विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर कोविड-19 की गाइड लाइन और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए फलदार एवं स्थानीय पौधे रोपे गए। इस अवसर पर मुख्य अभियंता एचएन कोसरिया ने कहा कि आज हमारी धरती में पारिस्थितिक तंत्र बुरी तरह प्रभावित है। केवल स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र या इकोसिस्टम ही जीव-जंतुओं एवं मनुष्यों के जीवनयापन की संभावनाओं को कायम रख सकता है।

विश्व पर्यावरण दिवस पर आवासीय कॉलोनी स्थित इरेक्टर हॉस्टल परिसर में मुख्य अभियंता एचएन कोसरिया ने अपने हाथों से बादाम का पौधा लगाया। उनके साथ ही अतिरिक्त मुख्य अभियंता रजनीश जांगड़े, आलोक लकरा, रामजी सिंह, अब्दुल समद, वरिष्ठ मुख्य रसायनज्ञ आरके तिवारी एवं अधीक्षण अभियंता संजय तिवारी द्वारा भी पौधे रोपित किए गए। सहा. प्रबंधक (पर्यावरण) संजय झा ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह हरित क्षेत्र में हैं। विद्युत गृह ने बड़ी संख्या में फलदार एवं स्थानीय पौधे लगाकर आसपास को हरियाली से आच्छादित कर दिया है। पौधरोपण कार्यक्रम का संयोजन सहा. प्रबंधक (पर्यावरण) संजय झा द्वारा किया गया। पौधरोपण में सहयोग सिविल विभाग की टीम द्वारा की गई। इस अवसर पर केवीआर गिरीश, एसआर विश्वकर्मा, अमरलोक श्रीवास्तव, चिंतामणी तिवारी, बसंत शाहजीत, वंदना ठाकुर, बलराम यादव, दीपाली गुप्ता और दिप्ती नेताम उपस्थित रहीं।

विश्व पर्यावरण दिवस 2021 की थीम है ’पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली’ ( इकोसिस्टम रिस्टोरेशन)। पारिस्थितिकी तंत्र से आशय हमारे आस-पास के बने उस वातावरण को कहते हैं, जो प्रकृति के तत्वों से मिलकर बना होता है। पारिस्थितिकी तंत्र में जीव और पर्यावरण आपस में एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं।

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