भरी बारिश में महिला मजदूर का मकान तोड़ा गया विधायक और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की


कोरबा।(editor news action) जिले के रामपुर क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक और छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने बारिश के मौसम में एक मजदूर की झोपड़ी तोड़ने वाले नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने वार्ड पार्षद के पति पर बेजा कब्जा में मकान बनाकर बेचने का आरोप लगाते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की है।उन्होंने मामले से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को भी अवगत कराया है।
मामला नगर पालिक निगम कोरबा के वार्ड नंबर 10 संजय नगर का है। एक महिला मजदूर श्रीमती हेमलता मानिकपुरी ने करीब 6माह पहले नहर किनारे एक कमरे का मकान बनाया था। सोमवार को नगर निगम कोरबा के अतिक्रमण विरोधी दस्ता के द्वारा मकान को तोड़ दिया गया। कार्रवाई के समय श्रीमती हेमलता मानिकपुरी शहर से बाहर गई हुई थी। आज लौटकर आने पर उन्हें अपने मकान के तोड़े जाने की जानकारी हुई। उन्होंने बताया कि मकान तोड़ने से पहले उन्हें कोई नोटिस भी जारी नहीं की गई। श्रीमती मानिकपुरी आसपास की महिलाओं के साथ रामपुर विधायक श्री ननकीराम कंवर के पास पहुंची और अपने साथ हुई घटना की उन्हें जानकारी दी। श्री कंवर उनके साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने आसपास के लोगों से चर्चा की। श्री कंवर को बताया गया कि वार्ड की महिला पार्षद के पति ने तोड़े गए मकान के बगल में ही 2 माह पहले बेजा कब्जा कर 4 मकान बनाया है और दूसरों को बेचा है। लेकिन उन मकानों को नहीं तोड़ा गया और श्रीमती मानिकपुरी का मकान तोड़ दिया गया। साथ ही मौके पर मकान तोड़ने के तुरंत बाद से कथित रूप से नगर निगम के द्वारा मंगल भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया गया। मजे की बात यह है कि निर्माण स्थल से 50 मीटर की दूरी पर पहले से ही एक सामुदायिक भवन और एक आंगनबाड़ी बना हुआ है। यह दोनों भवन अनुपयोगी बताए जा रहे हैं।
विधायक श्री कंवर ने मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद नगर निगम आयुक्त श्री राहुल देव को संपूर्ण घटनाक्रम से अवगत कराया। उन्होंने आयुक्त से मजदूर परिवार को न्याय दिलाने तथा मौके पर मंगल भवन निर्माण के औचित्य की छानबीन करने का आग्रह किया। श्री कंवर ने पार्षद पति द्वारा बेजा कब्जा कर मकान बनाने और बेचने की भी जांच के लिए निगमायुक्त से कहा। नगर निगम आयुक्त श्री राहुल देव ने मामले में त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
उल्लेखनीय है कि श्रीमती मानिकपुरी का मकान टूटने के बाद आसपास के निवासियों में रोष व्याप्त है। खास बात यह है कि इसी स्थान पर बड़ा नाला है जिसमें शहर के बड़े हिस्से का निस्तार का पानी बहते हुए आगे जाकर हसदेव नदी में मिलता है। मौके पर मंगल भवन का निर्माण तो किया जा सकता है लेकिन भवन तक आने जाने का कोई रास्ता नहीं है। मंगल भवन तक पहुंचने के लिए नगर निगम को नहर किनारे रहने वाले कई अन्य मजदूरों की झोपड़ियों को ढहाना पड़ेगा। विधायक श्री कंवर ने मंगल भवन का कार्य तत्काल बंद करने के लिए कहा है। उन्होंने यह भी कहा है कि राज्य सरकार ने गरीबों को उनकी काबिज भूमि का पट्टा देने की घोषणा कर रखी है ऐसे में किसी गरीब का आशियाना नहीं उजाड़ा जाना चाहिए। उन्होंने नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी दस्ता के प्रभारी योगेश राठौर पर नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया है। बेजा कब्जा हटाने के बाद एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि उड़नदस्ता ने संजय नगर में बेजा कब्जा कर बनाए जा रहे मकान को तोड़ा है जबकि आसपास के लोगों के अनुसार श्रीमती मानिकपुरी ने 6 माह पहले मकान का निर्माण किया था और उसी समय से वहां निवासरत थी।

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