विद्युत वितरण व्यवस्था की खुली पोल, मेनटेनेंस के बाद भी ब्लैक आउट

न्यूज एक्शन। विद्युत वितरण विभाग भले ही मेनटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली काटकर उपभोक्ताओं को गर्मी के बीच रहने को मजबूर कर रहा है। मगर विभाग का यह दावा फिसड्डी ही नजर आ रहा है। शुक्रवार और शनिवार को दो दिन घंटों बिजली काटकर मरम्मत कार्य किया गया, लेकिन बेमौसम बारिश ने वितरण विभाग के मेनटेनेंस की पोल खोलकर रख दी। अच्छे भले विद्युत लाईन में मरम्मत का काम किया जा रहा था। बिजली वैसे भी सुचारू रूप से लोगों को मिल रही थी। जिसमें खलल डालते हुए विभाग के अफसरों ने भीषण गर्मी में मेनटेनेंस का कार्य शुरू किया। महज दिखावटी मरम्मत कार्य उस समय उजागर हो गया जब मेनटेनेंस के बाद भी पूरी रात कई इलाकों में विद्युत व्यवस्था बाधित रही। वहीं कई इलाकों में तो सुबह व दोपहर तक तक भी विद्युत व्यवस्था बहाल नहीं की जा सकी थी। कई स्थानों पर विद्युत तार टूटकर नीचे गिर गए थे। जिन्हें भी सुधारने में विद्युत वितरण विभाग कामयाब नहीं रहा। 24 घंटे से भी अधिक समय से तार टूटा पड़ा है। क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बाधित है। यहां तक कि ट्रांसफार्मर के डीओ सुधार में भी कई घंटे विभागीय कर्मचारियों ने लगा दिए। जिससे आम लोगों का गुस्सा विद्युत वितरण विभाग के प्रति भड़का हुआ है।

फेनी चक्रवात का असर शुक्रवार का देखे जाने के अंदेशे से जहां समूचे जिलावासी व प्रशासन अलर्ट रहे वहीं फेनी ने आज अपना असर दिखाकर सामान्य जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। तेज अंधड़ व मूसलाधार बारिश के कारण व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हुई। सर्वाधिक असर विद्युत व्यवस्था पर पड़ा। मेन्टेनेंस के नाम पर विद्युत वितरण विभाग ने कई इलाकों में सुबह 9 बजे से बिजली काट दी जो शाम 4 बजे लौटनी थी, लेकिन ऐन वक्त पर फेनी के कारण व्यवस्था कई घंटे बाद भी बहाल नहीं हो सकी।
उड़ीसा के तट से टकराने के बाद आगे बढ़े फेनी चक्रवात के कारण माना जा रहा था कि 3 मई की शाम कोरबा भी इससे प्रभावित होगा। हालांकि शाम 4 बजे के बाद कई इलाकों में तेज हवा चली व हल्की बारिश हुई। माना जा रहा था कि बिना नुकसान किए आगे बढ़ गई है लेकिन इसके विपरित आज शाम करीब 4.30 बजे एकाएक बदले मौसम ने सामान्य जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। अंधड़ के कारण दर्जनों स्थानों पर पेड़ और डालियां गिरने से विद्युत व्यवस्था व सामान्य आवागमन प्रभावित हुआ। सीएसईबी चौक में पेड़ गिर जाने के कारण कुछ घंटे आवागमन बाधित रहा। यातायात व पुलिस के जवानों ने पेड़ को हटाकर आवागमन सामान्य कराया। मूसलाधार बारिश ने पूरे जिले को भिगोने के साथ निचले इलाकों को जलमग्न किया वहीं गड्ढों में तब्दील सड़कों में पानी भरने व निर्माणाधीन सड़कों में कीचड़ बनने से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी उठानी पड़ी।
0 पेयजल की व्यवस्था रही छिन्न-भिन्न
विद्युत वितरण विभाग द्वारा मेंटेनेंस के नाम पर शुक्रवार की तरह ही शनिवार को भी कई घंटे बिजली की कटौती की गई। भीषण गर्मी में मेनटेनेंस के कारण लोग काफी परेशान होते रहे। पेयजल की सुविधा भी छिन्न-भिन्न रही। सुबह से शाम तक बिजली नहीं आने के कारण पंप हाऊस के मोटर चालू नहीं हुए जिससे सरकारी जल आपूर्ति के साथ-साथ निजी साधनों से भी जल की उपलब्धता प्रभावित हुई। शहर से लेकर उपनगरों व ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर बिजली नहीं होने का असर व्यवसाय पर भी पड़ा। शहर में विद्युत व्यवस्था बाधित रहने से दुकानों में ग्राहक नहीं पहुंचे। कई व्यवसायियों ने तो भीषण गर्मी में बिजली कटौती को देखते हुए अपने संस्थान भी बंद कर दिए।
सब स्टेशनों में बढ़ाई गई सुरक्षा
विद्युत व्यवस्था का हाल बुरा है। भीषण गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं। जिसे देखते हुए सब स्टेशनों में पुलिस बल की तैनाती की गई है। आक्रोशित लोगों का गुस्सा कभी भी सब स्टेशन में तैनात कर्मियों पर फूट सकता है। क्योंकि सब स्टेशन के फोन बंद कर दिए गए हैं। अधिकारी फोन नहीं उठाते। अधिकांश के फोन बंद हैं। ऐसे में लोगों का गुस्सा होना लाजिमी है। विद्युत वितरण विभाग के अफसर लोगों के सब्र का इम्तिहान ले रहे हैं। अगर यही हालात रहे तो फिर जिले में गंभीर स्थिति निर्मित हो सकती है।

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