नए वायरस एचएमपीवी ने बढ़ाई चिंता, लोगों को रहना होगा सावधान

कोरबा 09 जनवरी। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस ( एचएमपीवी) वायरस चीन के बाद भारत में भी फैल गया है। इस वायरस के लक्षण में सर्दी खांसी बुखार के साथ नाक जाम होने को प्रमुख रूप से शामिल किया गया है। इससे बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को कहा है कि वह अपने स्तर पर सतर्क रहने के साथ संबंधित लक्षण वाले लोगों से दूरी बनाएं। कोरबा जिले में अभी भी कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो किया जा रहा है तथापि नए वायरस को लेकर गाइडलाइन की प्रतीक्षा स्वास्थ्य विभाग कर रहा है।

किसी तरह मेहनत मशक्कत कर कोविड कालखंड की बड़ी चुनौती से सरकार ने पार पा लिया है। उस दौर में चीन वायरस के चक्कर में काफी जनहानि हुई और काफी बड़ी संख्या में लोगों को वायरस के प्रकोप से अधिक समय तक परेशानी झेलनी पड़ी। उस दौर को याद कर लोग सिहर जाते हैं। भारत सरकार के द्वारा की गई कोशिश का नतीजा कहना होगा कि समय रहते बड़ी जनसंख्या को वैक्सीन देकर सुरक्षा घेरा दे दिया गया। इधर व्हाया चीन एक नए वायरस एचएमपीवी के खतरे आसपास में मंडरा रहे हैं। ऐसे में चिंता बढना लाजिमी है। इसके साथ ही सरकार का तंत्र और लोग सतर्कता दिखा रहे हैं।

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) फेफड़ों को प्रभावित कर रहा है। इसके चलते फ्लू जैसा संक्रमण होता है। यह वायरस ठंड के मौसम में ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। यह प्रभावित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से इस वायरस का खतरा हो सकता है। जहां तक इसके लक्षणों की बात है तो इसमें खांसी, बुखार, गले में खरास, नाक का बहना या नाक का जाम हो जाना आदि हैं। कुछ केसेज में सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि एचएमपीवी के कारण श्वसन और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के मामले में परेशानियां बढ़ सकती हैं। वायरस की चपेट में आने पर ऐसे लोग निमोनिया और ब्रोंकोलाइटिस के प्रभाव में आ सकते हैं। इसके लिए उन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। यथासंभव ठंड से बचाव करना और ऐसी चीजों का उपयोग करना काफी कारगर हो सकता है जो आपके शरीर को गर्म रख सकते हैं। हाइड्रेशन भी इसके खतरे से उबरने का एक विकल्प माना गया है। यह बात अलग है कि अभी इस वायरस के स्थाई समाधान के लिए कोई वैक्सीन तैयार नहीं हुई है।

निश्चित रूप से एचएमपीवी वायरस के खतरे तो बहुत सारे क्षेत्र में है। हमारे जिले में इससे संबंधित किसी खतरे की आहट अभी नहीं है। हालांकि एक दिन पहले ही राज्य सरकार ने इस बारे में बैठक ली है। इसे लेकर अभी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। संभव है कि जल्द कुछ दिशा निर्देश प्राप्त होंगे और उसके अंतर्गत फिर काम किए जाएंगे। वैसे यहां पर कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो किया जा रहा है। -डॉ गोपाल कंवर, अधीक्षक मेडिकल कॉलेज

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