लोनर हाथी ने वृद्ध को उतारा मौत के घाट, पहुंचा डोंगरतरई जंगल
कोरबा 05 सितंबर। वन विभाग के उपमंडल पाली क्षेत्रांतर्गत आने वाले चौतमा रेंज में रात में एक वृद्ध को मौत के घाट उतारने के बाद खतरनाक लोनर हाथी अब जटगा वन परिक्षेत्र के सुतर्रा सर्किल व बिंझरा बिट में स्थित डोंगरतरई जंगल पहुंच गया है। दंतैल यहां पहुंचने से जहां क्षेत्रवासी भयभीत हैं, वहीं वनविभाग द्वारा गांव में मुनादी करा कर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार पाली उपवन मंडल के धारपखना घुईचुआ सर्किल में दंतैल हाथी ने एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त है। सूचना मिलते ही वन विभाग के टीम घटना स्थल पर पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी ली। बताया जा रहा कि मृतक 60 वर्षीय मेवाराम धनवार पिता जगतराम रात्री लगभग 10.00 बजे मुख्य सडक पर जा रहा था। इस दौरान अचानक लोनर हाथी से उसका सामना हो गया और हाथी ने उसे सूंड से उठाकर सडक पर पटक दिया। जिससे उसकी घटना स्थल पर ही तत्काल मौत हो गयी। दंतैल हाथी ग्रामीण को मौत के घाट उतारने के बाद ग्राम की तरफ घुस गया। जहां कुछ लोग घर छोडकर भागने लगे और किसी दूसरे के घर में सहारा लेकर छुपे हुए थे। बताया जा रहा है कि मृतक सोनाईपुर का रहने वाला था। वन विभाग की टीम इस घटना के बाद ग्रामीणों को हाथी के पास जाने के लिए मना कर रही थी। वहीं हाथी के पीछे-पीछे वन विभाग की टीम जा रही थी और लाउडस्पीकर के माध्यम से अनाउंस कर रही थी कि गांव में हाथी घुस गया है। घर से बाहर न निकलें। यह मंजर देर रात तक चलता रहा। आखिर में हाथी को जटगा रेंज के बिंझरा जंगल की ओर खदेड़ा गया। खदेड़े जाने पर हाथी डोंगरतरई पहुंच गया और वहां डेरा डाल दिया।
ज्ञात रहे कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल में तीन लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद जिला चांपा-जांजगीर के पंतोरा जंगल में डेरा डाला था। जिसके बाद बिलासपुर जंगल में था। दो दिन से पुनरू कोरबा पाली वन मंडल पहुंचा और फिर से ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के अनुसार अब तक चार लोगों की मृत्यु हो चुकी है और हाथी पिछले एक माह से कोरबा, जांजगीर-चांपा और बिलासपुर वन मंडल में घूम रहा है। कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची और तत्काल लोनर को खदेडने की कार्यवाही की। वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी आस सुबह मृतक का पंचनामा व पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। वन विभाग की ओर से तत्कालिक सहायता राशि रूपए 25 हजार मृतक के परिजनों को दे दी गई है। वन्य जीव के हमले में मौत पर 6 लाख रूपए देने का प्रावधान है। शेष राशि औपचारिकता पूरी करने के बाद दी जाएगी। लोनर के डोंगरतरई जंगल पहुंचने की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर उसकी निगरानी में जुट गई है, वहीं आसपास के गांव में मुनादी कराने का काम भी शुरू कर दिया गया है। अब तक लोनर हाथी जिले में चार लोगों को मौत के घाट उतार चुका है।